देश के कई राज्यों को एक बार फिर से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है। अबकी बार इन ट्रेनों की सौगात चुनावी राज्य मध्य प्रदेश-राजस्थान के अलावा ओडिशा को भी मिल सकती है। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि, वंदे भारत ट्रेन बनाने वाली चेन्नई के इंटीग्रल कोच में फैक्ट्री में कम से कम नौ ट्रेन बनकर तैयार है। इन नौ ट्रेनों में से सबसे ज्यादा तीन ट्रेन दक्षिण रेलवे को अलॉट की गई हैं। इतनी ही ट्रेनें पहले से ही इस जोन में चल रही है।
रेलवे के सूत्रों का कहना है कि इन नौ ट्रेनों की शुरू होने की तारीखों की घोषणा पर रेलवे अभी विचार कर रहा है। मंत्रालय एक बड़े आयोजन की तैयारी कर रहा है। इसमें पीएम भी शामिल हो सकते हैं। रेलवे एक भव्य आयोजन के जरिए सभी ट्रेनों को एक साथ शुरू कर सकता है। आखिरी बार 7 जुलाई को गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत ट्रेन लांच की गई थी। बीते करीब दो माह से एक भी नई वंदे भारत ट्रेन नहीं शुरू हुई है।
नई ट्रेनों को इन रूटों पर किया जा सकता है शुरू
रेलवे ने भले ही अभी रुट की घोषणा नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि, इनमें से दो ट्रेने जयपुर-इंदौर और जयपुर-उदयपुर से हो सकती है। जयपुर इंदौर वंदे भारत ट्रेन नीमच के रास्ते होकर गुजरेगी। ये दोनों ट्रेनों की मिलने की उम्मीद इसलिए भी है कि क्योंकि इन दोनों राज्यों में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। पिछले दिनों ही केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उदयपुर,नीमच और इंदौर के रेलवे स्टेशनों का दौरा किया था।
इसके अलावा ईस्ट कोस्ट रेलवे को आवंटित एक ट्रेन ओडिशा के पुरी और राउरकेला में चलने की संभावना है। ओडिशा की पहली वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के दौरान ही रेलमंत्री वैष्णव ने कहा था कि जल्द ही एक ट्रेन राउरकेला को भी मिलेगी। ओडिशा में भी 2024 में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में केंद्र सरकार ओडिशा को इस ट्रेन की सौगात देने जा रही है। जबकि पूर्व मध्य रेलवे को सौंपी गई इन ट्रेनों में से एक ट्रेन में से एक पटना-हावड़ा मार्ग के बीच चलाई जा सकती है। हाल ही में इस रूट पर ट्रायल जामताड़ा और आसनसोल में स्टॉपेज के साथ किया गया है।