गौशाला बन चुके मध्य प्रदेश के हाइवे को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी खुश नहीं है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर गडकरी ने मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवारा जानवरों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की है. हालांकि, मध्य प्रदेश के राजमार्गों में आवारा जानवरों के विचरण करने की समस्या से सभी अवगत हैं, लेकिन अब गडकरी के पत्र के बाद प्रशासन में थोड़ी सक्रियता दिख रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार को मदद का प्रस्ताव भी दिया है.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “माननीय शिवराज जी देश में राष्ट्रीय राजमार्ग अच्छे होने के कारण उस पर आवागमन बढ़ा है. पिछले 9 वर्ष में मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है. गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ सड़क दुर्घटना रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है.” उन्होंने आगे कहा, इस दिशा में कई स्तर पर प्रयास चल रहे हैं और उसके सार्थक परिणाम भी आए हैं. राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवारा पशुओं की चहलकदमी रहती है और पशुओं के झुंड सड़कों के बीच में बैठे रहने के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.
‘पशुओं के कारण दुर्घटना में कमी लाने में अवरोध’
नितिन गडकरी ने लिखा, इस विषय को लेकर मुझे नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. दतिया प्रवास के दौरान मार्ग में मैंने कई स्थानों पर पशुओं का झुंड देखा तथा मैंने इस मामले में स्थानीय प्रशासन का ध्यान भी आकृष्ट कराया था.’ उन्होंने आगे लिखा कि, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग पर पशुओं के रहने से सड़क दुर्घटना में कमी लाने के प्रयास में अवरोध हो रहा है. आपसे आग्रह है कि सभी राष्ट्रीय राजमार्गों में पशुओं का आना जाना बंद हो सके. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा आवारा पशुओं के व्यवस्थापन के लिए जो नियम बनाए गए हैं. उन पर सख्ती से कार्य किया जाए.
पत्र के बाद सीएम शिवराज ने दिया ये निर्देश
सरकारी नियमों को पालन को लेकर नितिन गडकरी ने पत्र में लिखा, आपके इस प्रयास से लोगों का जीवन बचेगा तथा सड़क दुर्घटना से बिखरने वाले परिवारों को बचाया जा सकता है. इस कार्य में मुझसे जो भी मदद की आवश्यकता होगी वह की जाएगी.’ केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के इस पत्र के बाद मध्य प्रदेश सरकार में सक्रियता दिख रही है. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के तमाम कलेक्टरों को निर्देश जारी करते हुए जानकारी मांगी कि किस-किस हाइवे पर आवारा जानवरों की समस्या है. इसके लिए सरकार एक नया प्लान बनाकर एनएचएआई के साथ काम करना चाहती है.