आदिवासियों के इर्द-गिर्द घूम रही छत्तीसगढ़ की सियासत, 29 आदिवासी सीटों पर राहुल गांधी और अमित शाह की नजर

रायपुर

छत्तीसगढ़ में चुनाव घोषणा के पहले ही बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. सबसे पहले प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर सबको चौंकाया और अब जिन प्रत्याशियों को टिकट मिला है उनके विधानसभा क्षेत्र में बड़े आयोजन किए जा रहे है. शनिवार को महासमुंद जिले के सरायपाली विधानसभा में केंद्रीय मंत्री अमित शाह जनजातीय सम्मेलन में शामिल हुए. इसमें अमित शाह ने कांग्रेस सरकार को आदिवासी विरोधी बताया और राज्य में डबल इंजन की सरकार बनाने का दावा किया.

अमित शाह की सरायपाली में जनजातीय सम्मेलन 

दरअसल शनिवार को अमित शाह ने पहले रायपुर में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. इसके बाद दोपहर तीन बजे सरायपाली में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में हालही में भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ के 12 जनजातियों को आदिवासी सर्टिफिकेट दिया है. इसी पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. इसमें शामिल होने के लिए महासमुंद जिले के साथ सारंगढ़ और रायगढ़ के लोगों की भीड़ जुटाई गई थी. वहीं दूसरी तरफ रायपुर में राहुल गांधी ने युवा मितान सम्मेलन को संबोधित किया लेकिन आदिवासियों के मामले में बीजेपी को जमकर घेरा.

भगवान राम के ननिहाल को कांग्रेस का एटीएम बनने नहीं देंगे

सरायपाली में अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “आप भ्रष्टाचार से कांग्रेस पार्टी का दिल्ली का एटीएम बनाना चाहते हो. छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम नहीं बनने देंगे. छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाएंगे. पीएम मोदी ने आदिवासी समाज के लिए जल जंगल जमीन की सुरक्षा करने का काम किया है. जनजाति समाज को सम्मान दिया है. समावेशी विकास किया है. यह नरेंद्र मोदी की नीति है इसीलिए जनजाति की सूची से वंचित वर्ग को आदिवासी का सर्टिफिकेट देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया है. अब आपके बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनने से कोई नहीं रोक सकता. भूपेश बघेल आदिवासियों के लिए कुछ नहीं करते. अब इन जन जाति वर्गों के लोग कलेक्टर भी बनेंगे डॉक्टर भी बनेंगे इंजीनियर बनेंगे.”

अमित शाह ने  कहा कांग्रेस को नजर आदिवासियों की जमीन पर है

इसके आगे अमित शाह ने परिवारवाद पर निशाना साधते हुए कहा, “आजादी के बाद कई दशकों तक गांधी परिवार की सरकार रही. कोई आदिवासी बेटी बेटे को राष्ट्रपति नहीं बनाया. पीएम मोदी को मौका मिला और उन्होंने आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाने का काम किया. रेणुका सिंह यहां बैठी हैं. आदिवासी समाज की बहन हैं. इनको सम्मान के साथ मंत्री बनाने का काम मोदी ने किया.”

इसके साथ राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, “राहुल गांधी आदिवासियों के साथ नृत्य कर देने से आदिवासियों का भला नहीं हो जाता. कांग्रेस ने सारे सवाल लटका कर रखे. उनकी नजर आदिवासी भाइयों की जमीन पर है. कांग्रेसी कई सारे आदिवासियों की जमीन हड़प गए. नरेंद्र मोदी सरकार ने वामपंथी अतिवाद को समाप्त करने का काम किया.”

राहुल गांधी बोले- बीजेपी चाहती है आदिवासी जंगल में रहे 

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रायपुर में युवा मितान सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने भी बीजेपी को आदिवासी विरोधी बताया है. राहुल गांधी ने कहा था, “आदिवासी देश के असली मालिक हैं. हम उनके अधिकारों की रक्षा कर रहे है. लेकिन बीजेपी उनके लिए वनवासी शब्द का इस्तेमाल करती है. इस शब्द के पीछे उनकी गलत सोच है.बीजेपी कहती है आदिवासी सिर्फ जंगल में रहे और आगे ना बढ़े लेकिन कांग्रेस सरकार कहती है कि जंगल के साथ उन्हें अपने सपने पूरे करने का भी हक है.”

आदिवासी सीटों पर 2018 के चुनाव बीजेपी को मिली थी बड़ी हार 

गौरतलब है की छत्तीसगढ़ की राजनीति में आदिवासियों की भूमिका सबसे अहम है क्योंकि छत्तीसगढ़ एक ट्राइबल स्टेट है, राज्य में 2011 के जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या में 30 प्रतिशत आदिवासी है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सीट है. इनमें से 39 सीट आरक्षित है. जो की 29 सीट अनुसूचित जनजाति और 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. आदिवासी सीटों में कांग्रेस का दबदबा है. बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. सरगुजा संभाग के भी 14 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. कुल मिलाकर 29 में से 2 सीट ही बीजेपी के पास है. बाकी 27 विधानसभा सीटों में कांग्रेस कब्जा है.

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