इंदौर: 15 सितंबर के बाद होने वाले ट्रायल रन के लिए मेट्रों के तीन कोच गुरुवार सुबह गांधी नगर मेट्रो स्टेशन पहुंचे। 60 टन वजनी कोचों को क्रेन के जरिए ट्रेक पर उतारा गया। पहले इन कोचों को जोड़ा जाएगा। फिर इनका सेफ्टी रह किया जाएगा।इंदौर में मेट्रो यलो ट्रेक पर चलेगी,इसलिए मेट्रो की कलर थीम भी यलो और ग्रे कलर की रखी गई है। 22 मीटर लंबे कोच में 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता रहेगी, जबकि 200 से ज्यादा यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे। मेट्रो कोच के इंदौर आने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई दी और कहा कि सितंबर माह में ट्रायल रन किया जाएगा।
गुरुवार सुबह गांधी नगर मेट्रो स्टेशन पर नारियल फोड़कर मेट्रो को ट्रेक पर रखने की शुरूआत की गई। इस मौके पर सांसद शंकर लालवानी मौजूद थे। बड़ौदा के कारखाने से तैयार होकर आए मेट्रो के तीन कोचों से ही ट्रायल होगा।
छह किलोमीटर हिस्से में मेट्रो रेल कार्पोरेशन के अफसरों ने ट्रायल रन की तैयारी की है। उसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। इस हिस्से में पांच स्टेशनों को भी तैयार किया जा रहा है। इन पर एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे। इंदौर मे मेट्रो के लिए अेावरहेड बिजली लाइन नहींं होगी। बिजली सप्लाय के लिए अलग से एक ट्रेक तैयार किया गया है।
25 मेट्रो ट्रेन चलेगी इंदौर में
इंदौर में 31 किलोमीटर रुट का काम जब पूरा होगा तो 25 मेट्रो का संचालन होगा। कुल 70 कोच 175 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए जाएंगे। अगले साल जून तक गांधी नगर से रेडिसन चौराहा तक 17 किलोमीटर हिस्से में मेट्रो का ट्रायल रन होगा। कोचेस में एलईडी लाइट का इस्तेमाल किया गया है। छह कैमरे हर कोच में लगाए जाएंगे। दो कैमरे ट्रेक के बाहरी हिस्से को भी कवर करेंगे। अफसरों ने बताया कि कोचेस आधुनिक सुरक्षा मापदंडों के हिसाब से डिजाइन किए गए है और अटेंडर की जरुरत भी नहीं होगी, लेकिन शुरुआत में हर कोच में अटेंडर रखा जाएगा।