भोपाल में शनिवार को प्रदेशभर से हजारों पटवारी जुटे। पिछले 3 दिन छुट्टी पर रहने के बाद पटवारियों ने राजधानी में तिरंगा यात्रा निकाली।मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले अब सरकारी कर्मचारियों के साथ ही पटवारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को भोपाल में बड़ी संख्या में पटवारी और कोटवार मांगों को लेकर अटल पथ पर एकत्रित हुए। यहां से मुख्यमंत्री आवास तक तिरंगा यात्रा निकाली। इस दौरान पुलिस ने पटवारियों को रास्ते में ही रोक दिया। पटवारियों ने 28 अगस्त तक मांगें पूरी नहीं करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।
शनिवार को राजधानी भोपाल में जुटे प्रदेशभर के हजारों पटवारियों ने तिरंगा यात्रा निकाली। वे सीएम हाउस की ओर बढ़ रहे थे। जिन्हें पुलिस ने रोक दिया।
प्रदेश भर के पटवारी शनिवार सुबह राजधानी में जुटे। यहां सुबह 11 बजे के बाद तिरंगा यात्रा शुरू हुई। मध्य प्रदेश पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सीएम हाउस तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। किसी प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो प्रदेशभर के 19 हजार पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
पटवारियों की यह हैं मांगें
– समयमान से जुड़ी वेतन विसंगति को सुधारा जाए
– आरआई, नायब तहसीलदार ओर तहसीलदार के पदों पर पदोन्नति दी जाएं
– आवास और यात्रा भत्ता समेत अन्य भत्ते बढ़ाए जाएं
25 साल से नहीं बढ़ा वेतनमान
पटवारियों का कहना है कि 25 साल से वेतनमान नहीं बढ़ा है। पटवारियों को 1998 में निर्धारित वेतनमान दिया जा रहा है। पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले अधिकारियों के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई। 2007 में सनावद में हुए पटवारी महाअधिवेशन में राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड करने का लिखित आश्वासन दिया था। अब तक इस पर अमल नहीं हो सका है।