देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. 15 अगस्त यानी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से सुबह 7 बजे तिरंगा फहराएंगे और फिर देश को संबोधित करेंगे. स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के लिहज से कई रास्ते और मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे. ऐसे में जो लोग लाल किले पर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे वह घर पर रहकर भी पीएम मोदी के भाषण और स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं.
सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पर सिक्योरिटी रहती है, चेकिंग होती है और कई रास्तों को बंद कर दिया जाता है. वहीं, लाल किले पर भी काफी लोगों की भीड़ रहती है. ऐसे में आप घर पर ही डीडी नेशनल टीवी चैनल पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम देख सकते हैं. दोनों चैनल्स पर झंडारोहण, पीएम मोदी के भाषण समेत सभी कार्यक्रमों की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. लाइव स्ट्रीमिंग सुबह से ही शुरू हो जाएगी.
स्वतंत्रता दिवस पर होते हैं ये कार्यक्रम
15 अगस्त, 1947 को पहली बार लाल किले पर झंडा फहराया गया था, तब से हर साल प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर यहां झंडा फहराते हैं. इस दिन तिरंगा फहराए जाने के अलावा सशस्त्र सेनाओं और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियां प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देती हैं. प्रधानमंत्री का भाषण होता है, 21 तोपों की सलामी दी जाती है और राष्ट्रगान होता है. समारोह के अंत में तिरंगे वाले गुब्बारे आसमान में छोड़े जाते हैं.
महिला अधिकारी झंडा फहराने में करेंगी पीएम मोदी की मदद
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मेजर निकिता नायर और मेजर जास्मीन कौर तिरंगा झंडा फहराने में प्रधानमंत्री मोदी की मदद करेंगी. विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर बंदूकधारियों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ, इस कार्यक्रम का समन्वय किया जाएगा. लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार सेरेमोनियल बैटरी की कमान संभालेंगे और नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह गन पोजिशन ऑफिसर होंगे.
कार्यक्रम में शामिल होंगे 1,800 खास मेहमान
मंत्रालय ने बताया कि इस बार विशेष अतिथि के रूप में करीब 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है. यह पहल सरकार के जनभागीदारी दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है. इन विशेष अतिथियों में 660 से अधिक ‘वाइब्रेंट विलेज’ के 400 से ज्यादा सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नई संसद भवन समेत सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 मजदूर शामिल हैं. इनके अलावा खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे भी शामिल हैं.