मिंस्क। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर चीफ प्रिगोझिन मंगलवार को बेलारूस पहुंच गए है। इसकी जानकारी खुद बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने दी है। बेलारूसी राज्य मीडिया के अनुसार, लुकाशेंको ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने प्रिगोझिन को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने मॉस्को में अपना मार्च जारी रखा तो उनके सैनिकों को खत्म कर दिया जाएगा।
लुकाशेंको ने अपने संबोधन में दी जानकारी
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, लुकाशेंको ने अपने संबोधन में पुतिन और प्रिगोझिन के साथ अपनी चर्चा के बारे में अतिरिक्त जानकारी का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वैगनर प्रमुख के साथ उनकी चर्चा 24 जून को पूरे दिन चली। राष्ट्रपति लुकाशेंको ने कहा है कि बेलारूसी सेना वैगनर समूह के लड़ाकों के युद्ध अनुभव से लाभ उठा सकती है।
प्रिगोझिन ने दिया था ये बयान
बेलारूसी समाचार एजेंसी बेल्टा के अनुसार लुकाशेंको ने कहा, ‘वे हमें बताएंगे कि अब क्या महत्वपूर्ण है। लड़ाके रिपोर्ट कर सकते हैं कि कौन से हथियार अच्छी तरह से काम करते हैं और कैसे हमले और बचाव सफलतापूर्वक किए जा सकते हैं।’
उल्लेखनीय है कि प्रिगोझिन ने सोमवार को एक ऑडियो संदेश में कहा कि उनके द्वारा किया गया मार्च एक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा था, न कि देश में सत्ता उखाड़ फेंकने के लिए। प्रिगोझिन ने कहा, ‘हमने एक अन्याय के कारण अपना मार्च शुरू किया।’
प्रिगोझिन का बड़ा दावा
अपने नए ऑडियो संदेश में प्रिगोझिन ने यह भी दावा किया कि शुक्रवार को भाड़े के समूह पर रूसी सेना के हमले में उनके लगभग 30 लड़ाके मारे गए। उन्होंने कहा कि यह हमला वैगनर के 30 जून को अपना पद छोड़ने और रोस्तोव में दक्षिणी सैन्य जिले को उपकरण सौंपने से कुछ दिन पहले हुआ था।