प्रशासनिक भवन में मंगलवार को ब्राह्मण बटुक अपने हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे और उन्होंने नारे लगाएंगे जब जब ब्राह्मण बोला है, राज सिंहासन डोला है। ब्राह्मण बच्चों को छात्रवृत्ति दो… छात्रवृत्ति दो… ब्राह्मण बटुकों ने नारे लगाने के बाद वरिष्ठ जनों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर 29वां ज्ञापन सौंपा और मांग की कि ईडब्ल्यूएस के ब्राह्मण बच्चों को शिवराज सरकार जल्द से जल्द छात्रवृत्ति प्रदान करें।
मामले की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष और छात्रवृत्ति आंदोलन से जुड़े पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि केन्द्र सरकार ने ई.डब्ल्यू.एस. के लिए 10 प्रतिशत सवर्ण आरक्षण का कोटा निर्धारण किया है, किन्तु उपरोक्त श्रेणी में आने वाले ब्राह्मण एवं सवर्ण छात्र/छात्राओं को इसका लाभ अन्य शैक्षणिक वर्ग के छात्रों के समान प्राप्त नहीं हो रहा है। जो की समानता के मौलिक अधिकारों का भी हनन होकर निर्धन ब्राह्मण एवं सवर्ण छात्रों के साथ अन्याय है। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सवर्ण ब्राह्मण छात्र छात्राओं को आने-जाने का यात्रा भत्ता, भोजन व्यय तथा ठहरने का भत्ता प्रदान किया जाना चाहिए एवं निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाना चाहिए। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में तथा अन्य शैक्षणिक परीक्षाओं में भी ई. डब्ल्यू. एस. की श्रेणी में आने वाले उपरोक्त छात्र/छात्राओं को अन्य वर्गों के ही समान परीक्षा शुल्क में छूट प्रदान किया जाना न्यायसंगत होगा। वर्तमान में सामान्य श्रेणी के छात्र/छात्राओं को इसका लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है। उपरोक्त छात्र/छात्राओं के लिए जिला स्तर पर छात्रावास की व्यवस्था भी की जाए।
योजना के अंतर्गत आने वाले ब्राह्मण विद्यार्थियों का ही भला कर दो
ब्राह्मण छात्रवृत्ति आंदोलन के संयोजक विकास अवस्थी ने बताया कि हम यह नहीं कहते हैं कि सभी ब्राह्मण विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार की घोषणा के अनुसार ईडब्ल्यूएस के ब्राह्मण बच्चों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को छात्रवृत्ति का लाभ जरूर देना चाहिए। आपने बताया कि इंदौर में हम व्यक्तिगत रूप से ऐसे परिवारों को छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं, लेकिन जब हमने इन परिवारों के घर पर जाकर देखा तो हमें लगा कि ऐसे लोगों को हमारी ही नहीं सरकार की मदद की भी आवश्यकता है। आपने बताया कि 15 मई 2023 से ब्राह्मण छात्रवृत्ति आंदोलन की शुरुआत हुई है। जिसको लेकर अब तक मध्यप्रदेश में 29 स्थानों पर ज्ञापन दिए जा चुके हैं। आज भी प्रशासनिक भवन में मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर कल्याणी पांडे को सौंपा गया ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि ऐसे ब्राह्मण बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान करें जिससे वे देश प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षित हो सके।
वेद विद्या प्रतिष्ठान में तो विद्यार्थियों को दिए जाने वाले अनुदान पर भी लग गई है रोक
उज्जैन में संपूर्ण भारत वर्ष का वेद विद्या प्रतिष्ठा चिंतामण रोड उज्जैन में स्थित है। पूर्व में गुरुकुल परंपरा के वेद विद्या प्रतिष्ठान से संबद्ध छात्र छात्राओं को अनुदान प्रतिमाह दिया जाता था। वह भी कुछ वर्षों से बंद कर दिया है। जो केन्द्र सरकार के अधीन है तथा आचार्य जो गुरुकुल में वैदिक छात्रों को पढ़ाई हेतु उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है। इसे भी जल्द शुरू करवाया जाना चाहिए।