तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता मुकुल रॉय ने फिर से भाजपा में जाने की घोषणा की है। उन्होंने दिल्ली में मीडिया से कहा कि वह यहां गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। उन्होंने अपने बेटे के उस बयान को भी गलत बताया कि उनका पता नहीं चल रहा। रॉय ने कहा, मैं अपनी मर्जी से दिल्ली आया हूं। भाजपा ने यहां मेरे लिए सारी व्यवस्था की है। मुकुल रॉय ने कहा, मैं अब भी भाजपा विधायक हूं और पार्टी के साथ ही रहना चाहता हूं।
मुकुल रॉय का फिर से भाजपा में शामिल होने का फैसला तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव से पहले रॉय बंगाल में भाजपा के बड़े नेताओं में थे और विधायक भी बने थे। लेकिन पार्टी के सत्ता में न आ पाने के बाद वह तृणमूल में शामिल हो गए थे।
सोमवार को रॉय के बेटे सुभ्रांशु ने उनके लापता होने बात कही थी। उन्होंने कहा था कि रॉय रात की उड़ान से दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल रहा है। उन्होंने अपने पिता की मानसिक हालत ठीक न होने की भी बात कही थी और भाजपा पर आरोप लगाया था कि वह उनके बीमार पिता को लेकर गंदी राजनीति कर रही है। सुभ्रांशु ने दावा किया कि रॉय की पिछले महीने ब्रेन सर्जरी हुई है और वह परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों को पहचान पाने भी असमर्थ थे। इस बारे में रॉय ने कहा, मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं। अभी तक मैं पूरी तरह से राजनीति नहीं कर सका लेकिन अब मैं शारीरिक रूप से स्वस्थ हूं और राजनीति करूंगा। उन्होंने अपने बेटे को भी परिवार की खातिर भाजपा में शामिल होने के लिए कहा।
हमें ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं: शुभेंदु अधिकारी
वहीं, मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पार्टी को ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे लोगों में कोई दिलचस्पी नहीं है। हम केवल ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ के तहत अपने बूथों को मजबूत करने में रुचि रखते हैं। हमारे सांसद, विधायक और अन्य नेता गैर-भाजपा मतदाताओं को हमारी पार्टी के पक्ष में लाने के लिए काम कर रहे हैं। बंगाल भाजपा बहुत आत्मनिर्भर है और हमें किसी अन्य नेता की जरूरत नहीं है।
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी को सीबीआई के ताजा नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता अधिकारी ने कहा कि सीबीआई बहुत अच्छा काम कर रही है। राज्य सरकार के सहयोग न करने के बावजूद एजेंसी मुस्तैदी से काम कर रही है। टीएमसी विधायक जीबन कृष्णा साहा ने अधिकारियों से उनका फोन छीनने की कोशिश की और सबूत मिटाने की कोशिश की। इसके मद्देनजर सीबीआई की कार्रवाई सही है और इसे जारी रहना चाहिए, नहीं तो ममता और उनके लोग सारे सबूत नष्ट कर देंगे।
शारदा घोटाले में सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ जांच की मांग
अधिकारी ने मांग की कि केंद्रीय एजेंसियों को कथित शारदा घोटाले के संबंध में ममता बनर्जी के खिलाफ भी जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। मैं सिर्फ केंद्रीय एजेंसियों से बुआ-भतीजा (ममता और अभिषेक बनर्जी) के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता हूं। सीबीआई के पास शारदा घोटाले के तहत ममता के खिलाफ जांच के लिए पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन वह जांच नहीं कर रही है। अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से आबकारी नीति के मामले में पूछताछ की जा सकती है तो ममता से क्यों नहीं?