भोपाल: मुख्य प्रशासनिक अधिकारी म.प्र. गृह निर्माण मंडल श्रीमती विदिशा मुखर्जी ने कहा है कि इंजीनियर्स मकान बनाते समय व्यावहारिक दृष्टिकोण भी अपनाएँ। श्रीमती मुखर्जी प्रशासन अकादमी में म.प्र. गृह निर्माण मंडल के नवनियुक्त इंजीनियर्स की 3 दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रही थी। कार्यशाला 12 अप्रैल तक चलेगी। इसमें लगभग 100 इंजीनियर्स शामिल हुए है। कार्यशाला का प्रारंभ दीप जला कर किया गया।
श्रीमती विदिशा मुखर्जी ने कहा कि मकान तो मिस्त्री भी बनाते हैं। आप इंजीनियर हैं तकनीकी रूप से सोचते हैं, जो सोचते हैं वह डिजाइन करते हैं और उसे मूर्तरूप देते हैं। व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा के इस युग में आपकों यह भी सोचना होगा कि हम ऐसा क्या करें जो दूसरों की सोच से आगे हो। इंजीनियर्स को तकनीकी के साथ व्यावहारिक रूप से भी सोचना होगा। उन्होंने कहा कि आवास की डिजायन यह ध्यान में रख कर तैयार करें, जैसे उस आवास में आपकों रहना है और आपकी आवश्यकताओं के अनुसार उसमें क्या-क्या होना चाहिए।
प्रथम-सत्र में उपायुक्त एम.के. साहू ने प्रशिक्षणार्थियों को विभागीय सेटअप से परिचय कराया। उन्होंने मेजरमेंट बुक का मेटेंनेस, साईट ऑर्डर, साईट पर सामान की टेस्टिंग आदि की जानकारी दी। मण्डल के सेवानिवृत्त एवं वरिष्ठ एग्जिक्यूटिव इंजीनियर अजय तिवारी ने अपने अनुभव प्रशिक्षणार्थियों के साथ साझा किये। उन्होंने भूमि-अधिग्रहण, भूमि आवंटन, टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग से एप्रूवल और काम के लिये अनुमोदन संबंधी प्रक्रिया से अवगत कराया।