इंदौर: पत्रकार, लेखक पियुष बाबेल द्वारा लिखी गई नई किताब ‘गांधी: सियासत और साम्प्रदायिकता’ हिंदी में उपलब्ध है। वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख हैं। उन्होंने डॉ. अंबेडकर की किताब ‘पाकिस्तान या भारत का विभाजन’ और अन्य स्रोतों से उद्धरण दिए हैं और दावा किया है कि “1947 में भारत के विभाजन के लिए ले जाने वाली विकासों को संदर्भात्मक बनाकर वे बताते हैं कि हिंदू दक्षिण में फैला गंभीर अंतर्निहित नहीं है कि महात्मा गांधी विभाजन के लिए जिम्मेदार थे।
दिल्ली के आधार पर स्थित जेन्यूइन पब्लिकेशन्स एंड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रकाशित किताब का औपचारिक लोकार्पण इंदौर में हुआ।पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
किताब से एक अंश यह कहता है – “अम्बेडकर सावरकर के हिंदू राष्ट्र के बारे में अपने मत को व्यक्त करते हुए कहते हैं: ‘इसके साथ-साथ यह कहा जाना चाहिए कि मिस्टर सावरकर का दृष्टिकोण, अगर विचित्र नहीं तो तर्कहीन भी है। मिस्टर सावरकर मानते हैं कि मुसलमान एक अलग देश हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि उनके पास संस्कृतिक आज़ादी का अधिकार है। उन्होंने उन्हें अपने अलग राष्ट्रीय झंडे का भी अधिकार दिया है। लेकिन इसके बावजूद वह मुसलमान राष्ट्र के लिए एक अलग देश की अनुमति नहीं देते हैं। यदि वह हिंदू राष्ट्र के लिए एक अलग देश का दावा करते हैं, तो वह मुस्लिम राष्ट्र के विरोध कैसे कर सकते हैं?