इटावा में मोदी के मिशन रफ्तार का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। 2023 के समाप्ति से पहले रेल यात्रियों का सफर आसान बनाने के लिए देश के सबसे महत्वपूर्ण दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग के दोनों ओर बाउंड्री वॉल और ट्रेन को संचालित करने वाली ओएचई लाइनों का नवीनीकरण किया जा रहा है। आने वाले समय में इस रेल मार्ग पर 160 से 200 की गति से ट्रेनें दौड़ेंगी, जिससे यात्रियों के समय की बचत होगी।
बता दें कि देश के सबसे लंबे रेल मार्ग पर ट्रेनों के संचालन को और गति देने के लिए दिल्ली से हावड़ा तक रेलवे ट्रैक के दोनो साइडों पर कंक्रीट की बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जा रहा है। जिससे आवारा पशुओं से ट्रेनों के संचालन में बाधा उत्पन्न न हो। साथ ही रेल ट्रैक की विद्युत लाइने और विद्युत पोल बदलने व नए लगाने का कार्य 2016 से किया जा रहा है। इसके कार्य के पीछे जो वजह बताई जा रही है वह है पीएम मोदी का मिशन रफ्तार जो कि रेल यात्रियों को इसकी सौगात जल्द मिलने जा रही है। इस कार्य में जुटे अधिकारी कर्मचारियों के मुताबिक 80 फीसदी कार्य हो चुका है।
2024 तक की डेटलाइन कंपनियों को दी गई है
बताया जा रहा है कि वर्ष 2025 में हाई स्पीड ट्रेनों का संचालन शुरू हो जायेगा। हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन को रफ्तार मिशन नाम दिया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन के लिए रफ्तार मिशन नाम रखा है। हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन के लिए रेल मंत्रालय ने साल 2024 तक की डेटलाइन निर्माण कंपनियों से जुड़े हुए अधिकारियों को दी गई है। इसलिए युद्ध स्तर पर दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर दोनों ओर कंक्रीट के स्लीपर की दीवार का निर्माण कार्य और रेलवे की पावर सप्लाई से जुड़े हुए बिजली के पुराने खंभों को हटाकर के नए खंभे और लाइनें बदली जा रही है।
पंकज लोधी, पावर सप्लाई निर्माण कंपनी के मैनेजर ने बताया कि मिशन रफ्तार के तहत दिल्ली हावड़ा रेल ट्रैक पर साल 2025 में 160 से लेकर 200 किलीमीटर स्पीड तक रेल गाड़ी ट्रेक पर दौड़ेगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर रेल मंत्रालय हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन के लिए युद्ध स्तर पर जुट गई है।
गाजियाबाद से इटावा होते हुए प्रयागराज तक काम हो रहा
उत्तर प्रदेश के इटावा में दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर युद्ध स्तर पर रेलवे कर्मी काम करने में जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं। गाजियाबाद से लेकर इटावा होते हुए प्रयागराज तक बड़े पैमाने पर चल रहा है। यात्रियों को बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराने में रेल मंत्रालय जुटा हुआ नजर आ रहा है।रेल व्यवस्थाओं को माकूल करने में जुटे अधिकारी और कर्मी ऐसा मानकर के चलते हैं कि 80 फ़ीसदी के आसपास काम पूरा कर लिया गया है। ट्रायल के तौर पर 130 की स्पीड पर रेलगाड़ियों का संचालन भी शुरू कर दिया गया है। जैसे ही काम पूरा हो जाएगा वैसे ही रफ्तार मिशन के तहत हाई स्पीड योजना को अमली जामा पहना दिया जायेगा।