भोपाल: बालाघाट जिले में नक्सलियों को मार गिराने वाले 55 पुलिस जवानों को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति दिए जाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बैज लगाकर पदोन्नत किया। पुलिस मुख्यालय ने ऑउट ऑफ टर्म पदोन्नति दी है। इन्होंने तीन खूंखार नक्सलियों को पुलिस जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। ऑउट ऑफ टर्म देने से पहले पुलिस मुख्यालय ने भी इस एनकाउंटर की जांच कराई थी। इसके बाद इन सभी को क्रम पूर्व पदोन्नति देने का आदेश जारी किया है। इस कार्यक्रम में विधायक गौरीशंकर बिसेन, प्रदीप जायसवाल, डीजीपी सुधीर सक्सेना, एडीजी इंटेलिजेंस आदर्श कटियार भी मौजूद रहे।
नवंबर में मारे थे दो नक्सली
बालाघाट जिले के नवम्बर 2022 में गढ़ी थाना क्षेत्र के खुपखार वनरेंज की जामसेहरा वनचौकी के नजदीक हुई मुठभेड़ में पुलिस को यह पता चला था कि यहां पर कान्हा भोरमदेव डिवीजन के जोन समन्वयक टीम प्रभारी डीव्हीसीएम नक्सली गणेश और इसी डिवीजन के विस्तार प्लाटून के कमांडर राजेश उर्फ नंदा अपने साथियों के साथ मौजूद हैं। इन दोनों पर मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ और महाराष्ट में करीब 32 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इस सूचना पर पुलिस अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंची थी। दोनों ओर से की गई फायरिंग में पुलिस ने इन दोनों नक्सलियों को मार गिराया। इनके पास एके 47 भी बरामद की गई थी।
इस उपलब्धि पर पुलिस मुख्यालय ने हॉक फोर्स के एक एएसआई, 9 प्रधान आरक्षक और 17 आरक्षकों को क्रम पूर्व पदोन्नति दी है। इसी तरह 18 दिसंबर को एक अन्य मुठभेड़ नक्सलियों से पुलिस की हुई। बालाघाट जिले के मलाजखंड के ग्राम हर्राटोला से किनारदा जाने वाले जंगल के रास्ते पर हुई मुठभेड़ में हॉक फोर्स ने भारेमदेव डिवीजन के एसीएम रुपश उर्फ हुंगा को धराशायी कर दिया था। इस पर 12 लाख रुपए का इनाम था। इसमें मुठभेड़ में हॉक फोर्स के उपनिरीक्षक आशीष शर्मा, विनय गोस्वामी सहित एक सहायक उपनिरीक्षक, 6 प्रधार आरक्षक और 19 आरक्षकों को क्रम पूर्व पदोन्नति दी गई है।