संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने राज्य संग्रहालय में युवा संसद अभि-विन्यास का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रजातंत्र की सफलता के लिए नागरिकों को संसदीय प्रणाली का ज्ञान होना आवश्यक है। पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा इस दिशा में किये जा रहे सतत् प्रयास सराहनीय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि युवा संसद के प्रतिभागी प्राध्यापक, अध्यापक अपने-अपने महाविद्यालयों, विद्यालयों में विद्यार्थियों को संसदीय कार्य प्रणाली से भली-भांति अवगत कराएंगे।
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि संसदीय मर्यादाओं का पूरा सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ को स्वयं का भवन बनाने में सरकार मदद करेगी। डॉ. गोविंद सिंह ने पाठ्यक्रम में कई बार हिस्सा ले चुके प्रतिभागियों से कहा कि संसदीय प्रणाली के संबंध में अपने अनुभव बताएं। मैं भी कुछ नया सीखूंगा।
डॉ. अमरजीत सिंह प्राध्यापक शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा, डॉ. नियाज अहमद अंसारी प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय उमरिया, प्रोफेसर सुश्री रजनी तिवारी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टीकमगढ़ तथा सुश्री वंदना पांडे शासकीय विद्यालय चूना भट्टी ने संसदीय कार्य पद्धति के विषय में अपने अनुभव बताए। इस मौके पर प्रथम विजेता विद्यालय टीम इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल द्वारा युवा संसद का मंचन भी किया गया।