भोपाल:पूरा प्रदेश कोरोना से पूरी तरह मुक्त हो गया है। जो शहर और प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी राहत की बात है। न कोई नया मरीज मिला और न ही अस्पताल में उपचार के लिए कोई कोरोना संक्रमित भर्ती है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोज जारी होने वाले कोरोना बुलेटिन में यह संख्या जीरो दर्ज हुई है। दरअसल, जांच में तो कई बार नया संक्रमित नहीं मिलता था, लेकिन पुराने कोरोना मरीज बने रहते थे। अब शनिवार को जारी बुलेटिन में को नए-पुराने कोई भी मरीज प्रदेशभर में नहीं रहे। अंतिम दो मरीज भी होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो गए।
जापान समेत कोरिया में रोजाना मिल रहे 31 हजार से ज्यादा केस
प्रदेश भले ही कोरोना मुक्त हो गया है, लेकिन चीन और जापान सहित कई देशों में कोरोना को लेकर हालात फिर बिगड़ रहे हैं। जापान सहित साउथ कोरिया में कोरोना के बीते 24 घंटों के दौरान 31 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। अमेरिका और चीन में फिर से कोरोना ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है।
लोग लापरवाही न बरतें
जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ आरके श्रीवास्तव ने कहा कि भोपाल में कोरोना शून्य स्तर पर पहुंच गया है जो शहर के लोगों के लिए राहत की बात है। श्रीवास्तव ने माना कि दुनिया में अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। जापान, चीन और अमेरिका सहित कई बड़े देशों में यह एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है। इसे देखते हुए उन्होंने लोगों को अभी भी इस संक्रमण से बचने के लिए जरूरी एहतियात अपनाने पर जोर दिया है।
459 लोगों के लिए गए थे सैंपल
कल प्रदेश में कोरोना की जांच के लिए 459 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इसमें कोई भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव नहीं पाई गई। बल्कि एक मरीज इस संक्रमण से ठीक भी हुआ। इससे कोरोना के सक्रिय मरीजों का आंकड़ा घटकर शून्य रह गया।
इधर, वैक्सीन के डोज भी खत्म होने की कगार पर
वहीं दूसरी और वैकसीन के डोज भी खत्म होने की कगार पर पहुंच गए हैं। जिसके चलते जिले में लगभग चाल हजार कोविशील्ड के डोज ही बचे हैं। आखिरी महाभियान के लिए भी शहर में वैक्सीनेशन के लिए 200 से ज्यादा सेशन का आयोजन होना है। अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन बहुत कम है। ऐसे में हो सकता है कि आखिरी महाभियान निरस्त करना पड़े। टीकाकरण अधिकारियों के अनुसार कोविशील्ड आने के बाद वैक्सीनेशन फिर बढ़ेगा।