नर्मदापुरम । जेडीयू (जनता दल) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की पार्थिव देह दोपहर करीब सवा तीन बजे नर्मदापुरम के माखननगर में स्थित उनके पैतृक गांव आंखमऊ पहुंच गई। यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे शांतनु व बेटी सुभाषिनी ने मुखग्नि दी। वही दाह संस्कार के दौरान पत्नी रेखा यादव भी अग्नि में घी देने की प्रक्रिया में शामिल रहीं। अंतिम संस्कार से पहले उन्हें गार्ड आफ आर्नर दिया गया। यहां पहुंचकर शरद यादव की पत्नी डा. रेखा और बेटी सुभाषिनी परिवार के अन्य लोगों से मिलीं, उनके सब्र का बांध टूट गया और वे जोर से बिलख पड़ीं। यह देख वहां मौजूद अन्य लोगों की भी आंखें भर आईं। फिलहाल शरद यादव की पार्थिव देह को पुश्तैनी मकान के परिसर में रखा गया है, जहां लोग उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल और पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी समेत बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…