नई दिल्ली: चीन का विवादास्पद जासूसी जहाज ‘युआन वांग-5’ एक बार फिर हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में घुस गया है। यह जहाज ऐसे वक्त घुसा है, जब भारत लंबी दूरी की मिसाइल प्रशिक्षण की योजना बना रहा है।
बता दें, पिछले महीने एक और जासूसी जहाज ‘युआन वांग-6’ चीन ने भेजा था। उस समय भी भारत एक मिसाइल सिस्टम की टेस्टिंग करने वाला था। समुद्री पोत ट्रैकिंग पोर्टल Marinetraffic.com की मानें तो चीनी जासूसी जहाज युआन वांग ने 4 से 5 दिसंबर की देर शाम इंडोनेशिया सुंडा जलडमरूमध्य के रास्ते से हिंद महासागर क्षेत्र में एंट्री की है।
श्रीलंका-भारत ने मिलकर जताई चिंता
यही जहाज अगस्त में श्रीलंका के पानी में भी घुसा था। इसी साल अगस्त में भारत ने हंबनटोटा बंदरगाह पर जासूसी जहाज के डॉकिंग को लेकर राजनयिक स्तर पर श्रीलंका के अधिकारियों के साथ चिंता जताई थी।
15-16 दिसंबर को नो-फ्लाइजोन घोषित किया
इधर ट्विटर पर ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस हैंडल @detresfa के मुताबिक, भारत ने एक अधिसूचना NOTAM जारी की है जिसमें 15 से 16 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी के ऊपर नो फ्लाइ जोन घोषित किया गया। करीबन 5400 किमी का दूरी के लिए निर्देश जारी किए गए।
3 दिसंबर को एक एनुअल नेवी डे के मौके पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेवी चीफ एडमिरल आर हरी कुमार ने बयान में कहा था- यहां करीबन 4-6 नेवी के जहाज हैं। इसमें कुछ शोध पोत भी हैं, इसके अलावा मछली पकड़ने वाले जहाज और 60 एक्स्ट्रा रिजन फोर्स के जहाज हैं।