भोपाल:मध्य प्रदेश में जबसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कॉमन सिविल कोड लाने की बात कही है, तबसे प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है. कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सीएम शिवराज के एलान को जुमला करार दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले, गुरुवार को समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी बनाने की घोषणा की थी.
सीएम की घोषणा के बाद बीजेपी (BJP) इस मुद्दे पर कांग्रेस से समर्थन की मांग कर रही है. भोपाल में हुजूर विधानसभा इलाके से विधायक रामेश्वर शर्मा ने मांग की है कि देश की बढ़ती हुई जनसंख्या को रोकने के लिए समान नागरिक संहिता कानून जरूरी है.
कॉमन सिविल कोड की आड़ में सियासत जारी
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि चार बीवी और 24 बच्चों का धंधा नहीं चलेगा. हर नागरिक को एक शादी करने का अधिकार है. उन्होंने कांग्रेसियों से विनती करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी कहा था कि बच्चे दो ही अच्छे हैं. इसलिए कांग्रेसियों से अपील है कि समान नागरिक संहिता लागू करने में समर्थन दें. वहीं, अब भोपाल के विधायक आरिफ मसूद ने कॉमन सिविल कोड को बीजेपी सरकार का जुमला बता दिया है. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मुस्लिम लॉ को ठेस पहुंचा रहे हैं.
महंगाई, बेरोजगारी से ध्यान हटाने की कोशिश
कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ को हाईलाइट करके भ्रमित किया जा रहा है. देश में अलग-अलग वर्गों और धर्मों के अलग-अलग कानून हैं. मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कहना है कि चुनाव करीब आता देख कॉमन सिविल कोड का एलान राज्य सरकार की जुमलेबाजी है.