नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि देश अब इस बात को लेकर ज्यादा जागरूक है कि उसके डेटा को कहां और कौन प्रोसेस करता है। 7वें वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, जयशंकर ने कहा कि भारत का उदय इसकी तकनीकी प्रगति से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने समकालीन विश्व व्यवस्था में, विशेष रूप से वर्तमान भू-राजनीतिक परि²श्य में प्रौद्योगिकी के महत्व को भी रेखांकित किया।
मंत्री ने आगे कहा कि प्रौद्योगिकी और वैश्वीकरण अनिवार्य रूप से राजनीति विज्ञान के मुद्दे हैं और इसे केवल आर्थिक मुद्दों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
जयशंकर ने डेटा को नया ऑयल बताते हुए कहा कि तकनीक तेजी से राजनीतिक आयाम ग्रहण कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया यह दिखावा नहीं कर सकती कि तकनीक में कुछ तटस्थ है।
उन्होंने कहा, प्रौद्योगिकी अर्थशास्त्र या किसी अन्य गतिविधि की तुलना में अधिक तटस्थ नहीं है। यह कहा जा सकता है कि इसका डेटा या तेल या नए तेल के रूप में डेटा .. यह समझने की जरूरत है कि इसमें एक बहुत मजबूत राजनीतिक अर्थ है।