भोपाल:प्रदेश के 274 स्कूलों को सीएम राइज के तहत चिन्हित किया गया है। इसमें 69 स्कूलों में नए भवन के लिए भूमिपूजन कर दिया गया है। इन स्कूलों के नए भवन का डिजाइन तैयार कर लिया गया है। इन स्कूलों का भवन 40 प्रतिशत ग्रीन बिल्डिंग के कांसेप्ट पर तैयार किया जाएगा।
इन स्कूलों को एक से डेढ़ साल में बनाकर तैयार कर लिया जाएगा। ये स्कूल आम स्कूलों से इन मायनों में अलग हैं कि इनमें शिक्षकों की पदस्थापना परीक्षा के माध्यम से और प्राचार्यों व उपप्राचार्यों की नियुक्ति साक्षात्कार के माध्यम की गई है। इनके पदस्थापना की प्रक्रि या पूरी कर ली गई है। इन स्कूलों में शिक्षकों को एक दिन में चार कक्षाएं लेना अनिवार्य होगा। साथ ही आॅनलाइन ट्रैकिंग भी की जाएगी। एक कक्षा में 40 से अधिक बच्चे नहीं होंगे, यानी एक दिन में एक शिक्षक को 160 बच्चों को पढ़ाना होगा। पहली से आठवीं तक के स्कूलों में 1184 से अधिक बच्चे नहीं होंगे। वहीं पहली से 12वीं तक के स्कूलों में चार हजार से अधिक बच्चे नहीं होंगे।
ये रहेंगी व्यवस्थाएं, तेजी से चल रहा काम
इन स्कूलों में बास्केटबाल, वालीबाल ट्रैक, बायो टायलेट, मेडिकल रूम, खेल ग्राउंड, कंप्यूटर लैब, म्यूजिक रूम, भोजन कक्ष आदि बनाए जाएंगे। इसके अलावा इन स्कूलों में यातायात सुविधा उपलब्ध होगी। शिक्षकों के लिए आवासीय सुविधाएं होगी। स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं लगेंगी। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, एक-एक बच्चे की ट्रैकिंग एप के माध्यम से होगी। हर शिक्षक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा।
फार्मेसी कॉलेजों प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू
फार्मेसी कॉलेजों प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है। फामेर्सी काउंसिल आफ इंडिया (एफसीआई) ने प्रदेश के 122 फामेर्सी कॉलेजों की निरंतरता जारी कर दी है, लेकिन प्रदेश के नए 50 कॉलेजों को मान्यता नहीं दी है। इसलिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने उन्हें काउंसलिंग में शामिल नहीं किया है। जबकि विभाग से उन्हें एनओसी मिल चुकी है। विभाग ने अभी प्रदेश के 122 बीफार्मा और डी फार्मा कॉलेज को काउंसलिंग में शामिल किया है।