देश में आने वाले दिनों में दूध के दामों में और उछाल आ सकता है। चारे की कीमत बढ़ने, डेरी चलाने वालों को पैकेजिंग और ईंधन के ऊंचे दामों की वजह से बढ़ी हुई लागत का सामना करना पड़ रहा है। इसका भी असर ग्राहकों की जेब पर डाला जा सकता है। इक्रा रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में पिछले कुछ सालों के पशुओं के चारे के दाम में इजाफा देखा गया है। वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में हुई असमान बारिश की वजह से फसलों को जो नुकसान पहुंचा है, उससे भी चारे के दाम में बढ़त देखी जा रही है। ऐसे में डेरी उद्योग को ऊंची लागत का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से खुदरा बिक्री के लिए बाजार में आने वाले दूध के दाम में और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
लगातार बढ़ रही है कीमतें
रिपोर्ट में वित्तवर्ष 2018-19 से मौजूदा वित्तवर्ष की पहली तिमाही के दौरान दामों में हुई बढ़त के भी आकंड़े दिए गए हैं। वित्तवर्ष 2019 की पहली तिमाही में जहां औसतन 1 लीटर दूध की कीमत 43.4 रुपए हुआ करती थी वो वित्तवर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 51.5 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है। वहीं इस दौरान दूध के खरीद मूल्य में भी तगड़ा इजाफा देखा गया है। ये आंकड़ा 25.8 रुपए से बढ़कर 35.9 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है।
चारे के दामों में 23 फीसदी इजाफा
कृषि मामलों के विशेषज्ञ देविंदर शर्मा ने बातचीत में माना है कि चारे की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। उनके मुताबिक इसके दाम पिछले कुछ दिनों में 23 फीसदी के करीब बढ़ चुके हैं। ऐसे में जब चारा महंगा होगा तो दूध की कीमतों पर भी उसका असर देखा जा सकता है। आकलन ये भी किया जा रहा है कि दूध के अलावा खरीफ की बाकी फसलों की कीमतों में भी उछाल आ सकता है।
जानकारों की राय में ये दाम कितने बढ़ेंगे इसके लिए अभी देश भर की फसल के आंकड़े आने बाकी है। कुछ राज्यों में धान की खरीद में कमी देखी जा रही है,लेकिन सभी राज्यों आंकड़े सामने आ जाने के बाद ही पूरी तस्वीर सामने आ पाएगी।