भोपाल । विधानसभा चुनाव के लगभग एक साल पहले भाजपा उन लोगों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो पहली बार मतदाता बनेंगे। इनमें अठारह वर्ष की आयु पूरी करने वाले तो होंगे ही, दूसरी जगह से ब्याह कर हाल ही में इंदौर आईं वे बहुएं भी होंगी जिनका नाम यहां की मतदाता सूची में नहीं जुड़ पाया है। साथ ही दूसरे शहरों या इलाकों से रोजगार और नौकरी के लिए भोपाल रहने आए लोगों को भी अपने पाले में लाने के लिए मतदाता बनाया जाएगा। उनका नाम पुरानी जगह से कम करवाकर भोपाल में जुड़वाया जाएगा, ताकि चुनाव में वे भोपाल में वोट डाल सकें। हर बूथ पर कम से कम 100 नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने का लक्ष्य तय किया गया है। निर्वाचन आयोग द्वारा 9 नवंबर से 8 दिसंबर तक चलने वाले मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान यह सब किया जाएगा। इसी सिलसिले में प्रदेश भाजपा ने मतदाता सूचियों में नाम जुड़वाने, मतदाता सूची का भौतिक सत्यापन और संशोधन कराने पर अपना पूरा फोकस किया है। इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी संगठन द्वारा वार्ड स्तर पर पांच लोगों की टोली बनाई जाएगी। इसमें स्थानीय पार्षद ,वार्ड संयोजक, वार्ड सह संयोजक, वार्ड प्रभारी एवं वार्ड सह प्रभारी सम्मिलित रहेंगे।
भाजपा की कोशिश है कि मतदाता सूची में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए। इसके लिए पार्टी ने कवायद शुरू कर दी है। अब पांच लोगों की टोली पोलिंग बूथ पर कसावट का काम करेगी। साथ ही संगठन के स्तर पर पार्षदों ने क्या काम किए हैं, इसकी भी जानकारी प्रदेश को देनी होगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि मतदाता सूची को दुरुस्त कर हमें हर पोलिंग बूथ पर 51 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य प्राप्त करना है। अधिक से अधिक नए मतदाता तो बनाना ही है, जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में नहीं हैं, उन्हें भी जुड़वाना है। एक ही परिवार के जिन मतदाताओं के नाम अन्य क्षेत्र के पोलिंग बूथ में जुड़े हैं उन्हें ठीक कराने का कार्य करना है।
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