नई दिल्ली :भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि डिजिटल बाजारों में प्रतिस्पर्धा को लेकर चिंताजनक स्थिति है। इसलिए डिजिटल बाजारों को प्रभावी ढंग से विनियमित करने व उचित प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए एक ढांचे की व्यवहार्यता पर बारीकी से विचार करने की जरूरत है।
हाल ही में गूगल पर भारी जुर्माना लगाने वाले आयोग के चेयरमैन ने मंगलवार को कहा कि नियामक जुर्माना लगाने और इसकी मात्रा तय करने में व्यावहारिक रहा है। सीसीआई की कार्रवाई व्यापार व आर्थिक वास्तविकताओं से अलग नहीं होती हैं। मंगलवार को आयोग के शीर्ष पद से सेवानिवृत्त होने वाले कुमार ने कहा कि सीसीआई डिजिटल बाजार में उचित प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने को कदम उठा रहा है।
गूगल मामले में टिप्पणी से इनकार
एंड्रॉयड मामले से जुड़े फैसले पर गूगल की टिप्पणियों के बारे में पूछने पर कुमार ने कुछ कहने से इनकार कर दिया। आयोग ने कई बाजारों में अपनी प्रभावी स्थिति के दुरुपयोग के लिए गूगल पर एक सप्ताह में 2,274.2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
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- पिछले बुधवार को अनुचित कारोबारी गतिविधियों के लिए मेकमायट्रिप, गोआईबीबो व ओयो पर कुल 392 करोड़ का जुर्माना लगाया था।
प्रौद्योगिकी स्टार्टअप सभी क्षेत्रों में प्रभावी : भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र है। प्रौद्योगिकी आधारित स्टार्टअप सभी क्षेत्रों में प्रभावी हैं। इसलिए हम भारत में उन रूपरेखाओं से भी जुड़े रहें, जिन्हें हमारे समकक्ष विकसित कर रहे हैं।
प्रतिस्पर्धा कानून विकास के महत्वपूर्ण क्षण में
बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के संबंध में देश में प्रतिस्पर्धा कानून से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिस्पर्धा कानून विकास के एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण में है। दुनियाभर में प्रतिस्पर्धा एजेंसियों से सीखने और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए सहयोग करने की जरूरत है।