नई दिल्ली : असली शिवसेना कौन है, ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न का उपयोग करने का वास्तव में कौन हकदार है इसको लेकर घमासान छिड़ा है. इस बीच निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है.
आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिह्नों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा. अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आने की स्थिति में शिंदे गुट द्वारा अनुरोध किए जाने पर आयोग ने अंतरिम आदेश जारी किया है. इस पर उद्धव ठाकरे धड़े के अंबादास दानवे ने कहा कि अंधेरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए शिवसेना के चुनाव चिह्न पर रोक लगाने का निर्वाचन आयोग का अंतरिम आदेश अन्याय है.
एकनाथ शिंदे के भाजपा के साथ आने के बाद असली शिवसेना कौन है, ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न का उपयोग करने का वास्तव में कौन हकदार है. इसको लेकर बहस छिड़ गई है. अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में ये तय किया जाना जरूरी है कि असली चुनाव चिह्न का हकदार कौन है. अब ईसी ने उपचुनाव में दोनों गुटों के इसके इस्तेमाल से रोक दिया है.
उन्होंने कहा, ’10-15 लाख प्राथमिक सदस्यता फॉर्म भी जमा किए जाएंगे. शपथ पत्र और अन्य चीजें जमा करने के लिए 4 सप्ताह का समय मांगा गया है.’ उद्धव खेमे की प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेमे के शुक्रवार को पोल बॉडी से मिलने के बाद पार्टी के ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न के लिए दावा करने के बाद आई है.