भोपाल, मध्य प्रदेश में 3 साल के बाद मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू हो रही है। इस साल योजना के स्वरूप में बदलाव किया गया है। बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों के साथ अभी परिवार के किसी सदस्य को अटेंडर के रूप में ले जाने की सुविधा थी। इस बार यह सुविधा हटा ली गई है। तीर्थ दर्शन योजना में अब सरकार द्वारा नियुक्त अटेंडर ही बुजुर्गों की देखभाल करेंगे।
तीर्थ यात्रियों के लिए आवेदन करने का समय केवल 2 दिन का दिया गया है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं मेडिकल सर्टिफिकेट लेने के लिए भी बुजुर्गों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेन द्वारा द्वारका- सोमनाथ के लिए तीर्थ करने के लिए अलग-अलग जिलों का अलग-अलग कोटा तय किया गया है।
5 हजार करोड़ का फिर कर्ज लेगी मोहन यादव सरकार, 11 महीने में 40 हजार 500 करोड़ का लोन ले चुकी MP Government
भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार एक बार फिर 5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। यह ऋण 26 नवंबर को ई ऑक्शन के जरिए स्टाक गिरवी रखकर लिया…