हिसार: बीजेपी नेता सोनाली फोगाट की अचनाक हुई मौत को उनका परिवार पचा नहीं पा रहा है. हर उनकी मौत को लेकर एक नया सवाल उठ रहा है. सबसे गंभीर आरोप सोनाली फोगाट की बहन उनके भाई रिंकू ने लगाये हैं. रिंकू ने गोवा पुलिस को सोनाली फोगाट की हत्या की शिकायत देकर सोनाली फोगाट के पीए सुधीर सांगवान और एक दूसरे व्यक्ति सुखविंदर के खिलाफ हत्या करने का सीधा आरोप लगाया है.
संपत्ति के लिए हुई हत्या- सोनाली फोगाट के भाई रिंकू ने नार्थ गोवा के अंजुना थाने में दी अपनी शिकायत में कहा है कि सुधीर सांगवान और सुखविंदर ने संपत्ति हड़पने के लिए मेरी बहन सोनाली की हत्या की है. सुधीर सांगवान और सुखविंदर के अवाला भी कुछ लोग इस हत्या में शामिल हैं. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये. बताया जा रहा है कि शिकायत के बाद सोनाली के पीए सुधीर सांगवान को हिरासत में ले लिया गया है.
खाने में मिलाया गया जहर- रिंकू ने सुधीर सांगवान पर दूसरा आरोप ये लगाया है कि मेरे जीजा अमन पूनिया के पास फोन आाय था कि सुधीर ने सोनाली के खाने में कुछ मिलाकर दिया है. सोनाली ने बताया था कि खाने में कुछ मिले होने के कारण शरीर में कुछ बेचैनी हो रही है. खाने में कुछ मिनाले की संदेह सोनाली फोगाट की बहन रेमन फोगाट ने भी मौत के कुछ ही घंटे बाद मंगलवार को लगाया था. रेमन ने कहा था कि उसके मां के पास सोनाली का फोन आया था और वो खाने के बाद घबराहट की बात कह रही थी.
सुधीर सांगवान पर चोरी का आरोप- पुलिस को दिये गये शिकायत प्रार्थना पत्र में रिंकू ने सोनाली के पीए सुधीर सांगवान पर चोरी का आरोप भी लगाया है. शिकायत में कहा गया है कि सोनाली ने मरने से पहले 2021 में अपने घर में चोरी की बात बताई. सोनाली ने कहा कि ये चोरी सुधीर सांगवान ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी, जिस बारे में मैं कल हिसार आकर पुलिस को बताऊंगी और सुधीर को कड़ी सजा दिलाऊंगी.
फिलहाल सोनाली फोगाट की मौत का सच क्या है, ये जांच के बाद ही पता चल पायेगा. लेकिन इन आरोपों के बाद उनकी मौत को लेकर रहस्य गहराता जा रहा है. इस मामले की जांच कर रही गोवा पुलिस ने भी सोनाली की मौत को अप्राकृतिक मौत (अननेचुरम डेथ) बताया है. यानि ये बात साफ है कि सोनाली फोगाट की मौत संदेह के घेरे में है और हत्या से इनकार नहीं किया जा सकता. बीजेपी नेता सोनाली फोगाट की मौत सोमवार की रात गोवा के एक होटल में हो गई थी. सोनाली फोगाट के भाई रिंकू फोगाट ने ये भी आरोप लगाया है कि हम यहां गोवा में किए गए पोस्टमॉर्टम से संतुष्ट नहीं हैं. हम चाहते हैं कि इसे फिर से दिल्ली के एम्स में किया जाये. हमारी यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है.