नई दिल्ली : अडाणी समूह की कंपनियों ने न्यू दिल्ली टेलीविजन लि. (एनडीटीवी) में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिये खुली पेशकश की है. कंपनी ने मीडिया और समाचार प्रसारण कंपनी में परोक्ष रूप से 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के बाद यह पेशकश की है.
कंपनी अधिग्रहण करने वाली इकाइयों की तरफ से पेशकश का प्रबंधन कर रही है. पेशकश में कहा गया है, ‘पेशकश मूल्य सेबी (एसएएसटी) नियम के 8 (2) नियमन के अनुरूप निर्धारित कीमत से अधिक है.’ एनडीटीवी का शेयर मंगलवार को बीएसई में 2.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 366.20 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी की आय वित्त वर्ष 2021-22 में 230.91 करोड़ रुपये थी.
आरआरपीआर एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी है, जिसके पास एनडीटीवी के 29.18 प्रतिशत शेयर मौजूद हैं. अडाणी ग्रुप की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में एनडीटीवी का रेवेन्यू 421 करोड़ का था. हालांकि, शुद्ध लाभ 85 करोड़ रु का ही था.
हालांकि, एनडीटीवी के सूत्रों ने इससे साफ इनकार किया है. एनडीटीवी ने इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी कर सफाई भी दी है.
एनडीटीवी ने यह भी बताया कि वीसीपीएल ने हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी है. इसलिए कंपनी स्पष्ट करना चाहती है कि वीसीपीएल ने कर्ज को इक्विटी में बदलने के अधिकार का इस्तेमाल हमारी सहमति के बिना लिया है. कंपनी ने यह भी कहा कि हमने एक दिन पहले ही यह बताया था कि हमारे संस्थापकों की हिस्सेदारी में कोई बदलाव नहीं है. आपको बता दें कि एनडीटीवी के प्रमोटर्स प्रणॉय रॉय का 15.94 फीसदी हिस्सेदारी है. उनकी पत्नी राधिका रॉय की हिस्सेदारी 16.32 फीसदी है. दोनों मिलाकर इनके पास एनडीटीवी के 29.18 फीसदी शेयर हैं. इस हिस्से को ही अडाणी द्वारा खरीदे जाने की खबरें दी जा रहीं हैं.
एनडीटीवी ने जानकारी दी है कि उनके साथ बिना किसी चर्चा के ही वीसीपीएल ने उन्हें नोटिस दे दिया है. इसके अनुसार वीसीपीएल ने आरआरपीआर का नियंत्रण हासिल कर लिया है. और इसी कंपनी के पास एनडीटीवी के 29.18 फीसदी शेयर हैं. आरआरपीआरएच को अपने सभी इक्विटी शेयरों को वीसीपीएल को हस्तांतरित करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है. एनडीटीवी ने यह भी बताया कि वीसीपीएल ने अपने जिस अधिकार का प्रयोग किया, वह वर्ष 2009-10 में हमारी कंपनी के संस्थापकों राधिका और प्रणय रॉय के साथ किए गए उसके कर्ज समझौते पर आधारित है.