भोपाल/सागर/शहडोल/उमरिया/मुरैना। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है. कुछ दिनों की राहत के बाद एमपी में भारी बारिश का दौर फिर शुरू हो रहा है. भारी बारिश का अलर्ट पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई जिलों में जारी कर दिया गया है. लगातार हो रही बारिश के चलते तलाब भर गए हैं. नदी नाले उफान पर है. एमपी के कई ऐसे डैम हैं जिनका जलस्तर बढ़ता जा रहा. ऐसे में अब रेड अलर्ट भी कई जिले में जारी कर दिया गया है. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, उज्जैन, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर भारी वर्षा होने वाली है.
दो दिन बाद बारिश की गति में होगी कमी: सिस्टम सक्रिय होने की वजह से महाकौशल, चंबल, ग्वालियर, बुंदेलखंड, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में रविवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है. रविवार को रायसेन, खंडवा, गुना, अशोकनगर, विदिशा, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, उमरिया, सीहोर, अनूपपुर, कटनी और छिंदवाड़ा सहित कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. वहीं 23 और 24 अगस्त से वर्षा की गतिविधियों में कमी होगी.
इन जिलों में रेड अलर्ट जारी: मौसम विभाग के अनुसार एमपी के इन चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने नरसिंहपुर, दमोह, सागर और छतरपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. रीवा, नर्मदापुरम और चंबल संभागों के जिलों में अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाडा, सिवनी, मण्डला, बालाघाट, खण्डवा, धार और देवास जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
भारी बारिश के चलते 22 अगस्त को स्कूल बंद: भारी बारिश से शहडोल, मानपुर, बांधवगढ़ और सतना जाने वाला रास्त भी बंद हो गया है. सोहागपुर थाना क्षेत्र के कोनी मेढ़की मार्ग में मुड़ना नदी पुल से 2 फीट ऊपर चल रही है. पुलिस बल भी वहां लगातार मौजूद हैं. रास्ता बंद होने की वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई वाहनों की लंबी कतारें मार्ग पर लग गई हैं, यहां से आने जाने वाली बसें भी पुल के नीचे पानी उतरने का इंतजार कर रही हैं. वहीं जोहिला डैम का पांच गेट को खोल दिए गए हैं, और क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है. शहडोल में 48 घंटे से लगातार बारिश होने की वजह से स्कूली छात्रों के लिए 22 अगस्त को अवकाश घोषित कर दिया गया है.
जान जोखिम में डालकर रास्ता पार कर रहे ग्रामीण: सतना के रैगाव विधानसभा क्षेत्र के खम्हरिया खुर्द ग्राम में बारिश की वजह से नदियां उफान पर है. इसकी वजह से रास्ते भी कई सारे बंद कर दिए गए हैं. इस नदी के उफान में आने से 3 गांव का आवागमन बाधित हो गया है. वहीं लोगों को जान जोखिम में डालकर अपने जरूरी काम निपटाने पड़ रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि वे आज भी सुविधाओं के अभाव में अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं. भोपाल में भदभदा और कलियासोत डैम के गेट खोले गए. कलियासोत के 6, वहीं कोलार के 2 गेट खोले गए हैं. इसके अलावा डिंडोरी, उमरिया, सिवनी सहित शहडोल और कटनी में लगातार हो रही बारिश से कई राजमार्ग बंद हो गया है. मनका डैम का 5 गेट खोला गया है, मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के 4 संभाग सहित 28 जिलों में भारी बारिश अलर्ट जारी किया गया है.
तेज बहाव के बीच नदी पार कर रहा ट्राक्टर ट्राली: मुरैना के कैलारस, सबलगढ़, जौरा और पहाड़गढ़ क्षेत्र में कई गांवों के रास्ते डूबने के कारण बंद हो गए हैं. सुमावली क्षेत्र में भी आसन नदी उफान पर है. आसान नदी पर बना रपटा पानी में डूब गया है. धमकन गांव के पास बना रपटा बीते एक सप्ताह से पानी में करीब चार फीट डूबा हुआ है. इस सड़क से सुमावली और जौरा के डेढ़ दर्जन से ज्यादा गांवों का सीधा संपर्क है. रपटा डूबने के कारण भी लोग जान जोखिम में उठाकर पानी के बहाव से निकल रहे हैं. रविवार एक ट्रैक्टर ट्राली ने 20 से 30 लोगों को रपटा पार करवाया. कई लोग इसे पैदल पार कर रहे हैं. यहां कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन इसे लेकर ग्रामीण चिंतित नहीं हैं. ट्रैक्टर ट्राली का रपटा पार करने का वीडियो वायरल रहा है.
पानी के बहाव में फंसे मछली पकड़ने गए लोग: भारी बारिश की वजह से बेतवा नदी में अचानक जलस्तर बढ़ गया है. इसकी वजह से भोजपुर मंदिर के पास चट्टान पर बैठकर मछली पकड़ रहे 5 से 6 लोग बेतवा में आए तेज बहाव के बीच फंस गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आसपास के ग्रामीण है जो मछली पकड़ने के लिए बीच में ऊंची चट्टान पर बैठ गए थे, और अचानक जलस्तर बढ़ने से यह इसमें फंस गए. ये लोग जब नदी में पानी का बहाव कम था तब मछली पकड़ने गए थे. रविवार होने की वजह से कई संख्या में पर्यटक भोजपुर मंदिर और बेतवा के किनारे पहुंचे थे, जिसपर जिला प्रशासन और एसडीएम मौके पर पहुंच लोगों को वहां से हटाया, और तेज बहाव में फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश में हैं.