भोपाल मध्य प्रदेश के धार जिले में बांध की दीवार में दरार पड़ने की बात सामने आई थी। जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि यहां बांध में आई यह दरार भारी विपदा का रूप ले सकती है। इसके चलते प्रशासन ने बांध के निचले क्षेत्र में बसे 18 गांवों को तुरंत खाली करवाकर यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए थे। इसे लेकर विपक्ष ने सरकार को अब कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कारम बांध को बहने से बचाने वाले पोकेलेन मशीनों के ड्राइवर के सम्मान किया। सम्मानित निधि के तौर पर अभी को 2-2 लाख के चेक दिए गए। इस कार्यक्रम पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के धार के कारम डैम क्षतिग्रस्त मामले में 6 दिन बीत चुके है। ना दोषियों पर अभी तक कोई कार्यवाही, ना कोई प्रकरण दर्ज, ना बर्बाद फ़सलो, घरों, ज़मीनो का अभी तक कोई मुआवज़ा, ना बेघरों की कोई व्यवस्था… शिवराज सरकार तो बस “सम्मान इवेंट” में ही अभी तक लगी हुई है। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कारम बांध को लेकर दावा किया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कारम बांध के ठेकेदार को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का खास होने का दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इसलिए मामले में अब तक ठेकेदार का खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी पूछा कि- मामले में चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज कोरी वाह वाही लूट रहे हैं कि डैम को टूटने से बचाया लोगों की जान बचाई। जबकि उस डेम का ठेकेदार ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खास है। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सब ई-टेंडरिंग का खेल चल रहा है। इनके समय बने सभी बांध और पुल टूट रहे है क्योंकि सब मिलीभगत का खेल चल रहा है।
5 हजार करोड़ का फिर कर्ज लेगी मोहन यादव सरकार, 11 महीने में 40 हजार 500 करोड़ का लोन ले चुकी MP Government
भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार एक बार फिर 5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। यह ऋण 26 नवंबर को ई ऑक्शन के जरिए स्टाक गिरवी रखकर लिया…