पटना: बिहार में आज से महागठबंधन की सरकार का गठन हो गया है. राजभवन में राज्यपाल फागु चौहान ने नीतीश कुमार को आठवीं बार सूबे के सीएम के तौर पर शपथ दिलाई. वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव दूसरी बार उप मुख्यमंत्री () बने हैं. शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने साफ किया कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद वह सीएम नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेता चाहते थे कि मैं ही मुख्यमंत्री बनूं. नीतीश ने कहा कि बाद के दिनों में बीजेपी का दबाव बढ़ता जा रहा था. उस माहौल में काम करना मुश्किल हो गया था. जिस वजह से हमें ये फैसला लेना पड़ा.
जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा-नीतीश: मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि अब जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा और मंत्रियों का शपथ ग्रहण भी जल्द से जल्द होगा. हम समय आने पर जनता को सब कुछ बता देंगे. बीजेपी के साथ जाने पर हमारी सीटें कम हुईं थी.
नीतीश सीएम, तेजस्वी बने डिप्टी सीएम: नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. वहीं, तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली है. तेजस्वी यादव आज दूसरी बार राज्य के उपमुख्यमंत्री बने हैं.
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता के दौर के संदर्भ में अब क्या हो रहा है. 2013-14 के बाद से बिहार में सरकार बनाने की यह छठी कोशिश है. राजनीतिक अस्थिरता का यह दौर पिछले 10 साल से चल रहा है और यह उसी दिशा में है. नीतीश कुमार मुख्य अभिनेता हैं. बिहार के नागरिक के रूप में आप केवल यह उम्मीद कर सकते हैं कि वह अब अपने द्वारा बनाए गए गठन पर दृढ़ रहें.
- 3 मार्च, 2000 पहली बार
- 24 नवंबर , 2005 दूसरी बार
- 26 नवंबर, 2010 तीसरी बार
- 22 फरवरी, 2015 चौथी बार
- 20 नवंबर, 2015 पांचवी बार
- 27 जुलाई , 2017 छठी बार
- 16 नवंबर, 2020 सातवीं बार
- 10 अगस्त, 2022 आठवीं बार शपथ ली
वहीं, तेजस्वी यादव 22 नवंबर, 2015 में पहली बार बिहार के उप मुख्यमंत्री बने थे, जब नीतीश कुमार एनडीए से निकलकर महागठबंधन में शामिल हो गए थे और महागठबंधन को विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत मिली थी. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में तेजस्वी उप मुख्यमंत्री बने थे और आज एक बार फिर से दूसरी बार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. वैसे मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा.
एनडीए सरकार में 30 मंत्री बनाए गए थे और अब महागठबंधन के दलों को उनकी विधायकों की संख्या के हिसाब से मंत्री पद आवंटित किया जाएगा. अभी से ही कई नामों की चर्चा शुरू हो गई है. जहां जेडीयू की ओर से सबसे वरिष्ठ नेता बिजेंद्र यादव के मंत्री बनाए जाने की चर्चा हो रही है. उनके साथ विजय कुमार चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय झा, श्रवण कुमार, लेसी सिंह तो वहीं आरजेडी से तेजप्रताप यादव, आलोक मेहता, भाई बिरेंद्र, सुनील कुमार सिंह, अनिता देवी, कांग्रेस से मदन मोहन झा, शकील अहमद खान, अजीत शर्मा, हम से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह का नाम तय माना जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष के लिए अवध बिहारी चौधरी के नाम की चर्चा हो रही है.