पटना:बिहार में तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बीजेपी-जेडीयू गठबंधन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. जेडीयू पटना में आज अहम बैठक कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सभी नेताओं के साथ बैठक कर तय करेंगे कि एनडीए में रहेंगे या नहीं. वहीं, दूसरी तरफ इसी वक्त महागठबंधन की भी बैठक चल रही है. राबड़ी आवास पर आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के विधायकों की बैठक चल रही है. सूत्रों की मानें तो आरजेडी ने अपने विधायकों को 12 अगस्त तक पटना नहीं छोड़ने को भी कह दिया है. उधर, एनडीए गठबंधन के दूसरे घटक दल जीतनराम मांझी की पार्टी हम ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई है।
पटना में जेडीयू की बैठक: बिहार में एनडीए सरकार में चल रहे कयासों के बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के विधायकों और सांसदों के साथ बैठक करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब भी बड़ा फैसला लिया है उसके पहले पार्टी के विधायकों, सांसदों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है. बीते सोमवार को पार्टी के विधायक और सांसदों की बैठक को लेकर पूरे दिन राजधानी पटना में राजनीतिक पारा चढ़ा रहा वहीं बीजेपी खेमे में भी हलचल बनी रही. बीजेपी पार्टी की तरफ से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर देर शाम तक बैठक हुई, वहीं बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने भी इस मसले को सुलझाने में पूरे दिन लगा रहा है. वहीं पूरे मीडिया में कई तरह की चर्चा और अफवाह उड़ रहे उसके बावजूद जदयू के नेता लगातार ऑल इज वेल कर रहे हैं.
आरजेडी ने बुलाई विधायकों की बैठक: बदलते राजनीतिक हालात के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी आज पटना में आरजेडी विधायक दल की बैठक बुलाई है. चर्चा है कि तेजस्वी अपने विधायकों के साथ जेडीयू के साथ सरकार बनाने को लेकर विचार-विमर्श करेंगे. कहा जा रहा कि तेजस्वी नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनके कई विधायक और लालू परिवार के कई सदस्य नीतीश कुमार को सीएम के तौर पर स्वीकार करने को पूरी तरह से तैयार नहीं हैं.
जीतनराम मांझी भी अपने विधायकों के साथ बैठक करेंगे: आज पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के विधायक दल की भी बैठक होगी. हम प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने रविवार को कहा कि 9 अगस्त को HAM विधायक दल की बैठक होगी. यह बैठक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पटना आवास पर बैठक होगी. बैठक में राज्य के वर्तमान राजनैतिक स्थिति को लेकर चर्चा होगी.
बहुमत के साथ नीतीश बना सकते हैं सरकार: इसमें से यदि जीतन राम मांझी के चार, एक निर्दलीय विधायक को भी जोड़ दें तो यह संख्या 164 तक पहुंच जाएगी, जो बहुमत के 122 के आंकड़े से काफी अधिक है. संख्या बल के हिसाब से सरकार बनाने में कहीं कोई परेशानी आने वाली नहीं है. अभी एनडीए के पास 127 विधायकों का समर्थन है और उस संख्या से नया समीकरण यदि बनता है तो वह काफी अधिक होगा.