मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को परोक्ष रूप से चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने बोलना शुरू किया तो राज्य की राजनीति में भूकंप आ जाएगा। माले में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा अगर मैं इंटरव्यू देना शुरू कर दूंगा, तो भूकंप आ जाएगा। कुछ लोगों के विपरीत मैंने हर साल छुट्टियों के लिए कभी भी विदेश यात्रा नहीं की। मेरे दिमाग में केवल शिवसेना और उसके विकास की बातें रही हैं। शिंदे ने कहा कि मैं राज्य की सत्ता में केवल अपने अहंकार को पुष्ट करने के लिए नहीं आया हूं। मेरे लिए महाराष्ट्र का सर्वांगीण विकास सर्वोपरि है। शिंदे और शिवसेना के अन्य विधायकों द्वारा कांग्रेस और एनसीपी के साथ उनकी गठबंधन सरकार के खिलाफ बगावत करने के बाद उद्धव ठाकरे ने जून में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उद्धव ठाकरे ने अक्सर बागी विधायकों को देशद्रोही कहा है। उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना शिंदे ने कहा कि उन्होंने विद्रोह कर दिया, क्योंकि वह बालासाहेब ठाकरे की विरासत की रक्षा करना चाहते थे। बालासाहेब की विचारधारा से समझौता करने वालों को आप सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए क्या कहते हैं? एकनाथ शिंदे ने यह भी सवाल किया कि शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार कैसे बनाई। क्या यह विश्वासघात नहीं है? उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में 288 में से 200 सीटें जीतेगी।
40 बागी विधायकों में से 5 को मिली हार, सामना के जरिए उद्धव ठाकरे ने शिंदे को राजनीति छोड़ने के वादे की दिलाई याद
शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उनके राजनीति छोड़ने के वादे की याद दिलाई, यदि 2022 में अविभाजित शिवसेना के विभाजन के दौरान उनके साथ रहने वाले…