रोम : इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने विश्वास मत में सत्तारूढ़ गठबंधन के मुख्य सहयोगी दलों के हिस्सा नहीं लेने के बाद गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे के जरिए देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना के संकेत दिए हैं. वहीं, इस नाजुक समय में इटली और यूरोप के लिए अनिश्चितता का नया दौर शुरू हो गया है.द्रागी ने क्विरिनाले पैलेस में सुबह हुई एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला को अपना इस्तीफा सौंपा. मैत्तरेला के कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस घटनाक्रम के बाद द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने कहा है. राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह द्रागी का इस्तीफा खारिज कर दिया था. द्रागी की राष्ट्रीय एकता वाली सरकार बृहस्पतिवार को उस समय बिखर गयी जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट (लोकलुभावन वादे करने वाले) दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और कोविड-19 महामारी से उबरने के वास्ते यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी.
इसके बजाय मध्य-दक्षिणपंथी दलों फोर्जा इतालिया और लीग तथा पॉपुलिस्ट 5-स्टार मूवमेंट ने सीनेट में विश्वास मत का बहिष्कार किया, जो द्रागी की 17 महीने की सरकार के साथ उनका गठबंधन खत्म होने का स्पष्ट संकेत है. द्रागी ने मैत्तरेला को इस्तीफा सौंपने से पहले संसद के निचले सदन ‘चैम्बर ऑफ डिप्युटीज’ में उनसे कहा, ‘इस दौरान एक साथ मिलकर किए गए सभी कामों के लिए शुक्रिया.’
बहरहाल, 2018 के राष्ट्रीय चुनाव में सबसे अधिक मत पाने वाले 5-स्टार मूवमेंट महीनों से इस बात को लेकर परेशान है कि उनकी मूल आय और न्यूनतम वेतन की प्राथमिकताओं को नजरअंदाज किया जा रहा था. मूवमेंट ने यूक्रेन को इटली की सैन्य सहायता का भी विरोध किया था. मैतरेला ने तब इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था और द्रागी को संसद में लौटने के लिए कहा ताकि स्थिति के संबंध में सांसदों को जानकारी दी जा सके.