भोपाल। भोपाल से अमरनाथ यात्रा पर गए सभी यात्री सुरक्षित हैं. ओम शिव शक्ति सेवा मंडल द्वारा चार दिन पहले भेजा गया 35 यात्रियों का जत्था अमरनाथ गुफा से पांच किलोमीटर पहले पंचतरणी में सुरक्षति है. यात्री प्रकाश पाटिल ने फोन पर सभी के सुरक्षित होने की जानकारी दी. वहीं सागर और देवास के कुछ लोग एक दूसरे से बिछड़ गए हैं. सागर से गए 7 यात्रियों में से दो महिलाओं के घायल होने की खबर है जिन्हें बेस कैंप में ठहराया गया है. दमोह से भी कुछ यात्री गए हैं. जिनके परिवार वालों से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. खंडवा से गए अमरनाथ यात्रियों का दल भी सुरक्षित बताया जा रहा है. दूसरी तरफ मध्य प्रदेश सरकार ने भी अमरनाथ यात्रियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक सहायता केंद्र बनाया है जिसका नंबर जारी कर दिया गया है.
भोपाल से गया जत्था सुरक्षित : 35 यात्रियों के दो जत्थों के सुरक्षित होने की जानकारी मिली है. प्रकाश पाटिल के नेतृत्व में गए 20 यात्रियों के जत्थे से परिजनों की बात हुई है. प्रकाश ने बताया किबादल फटने की जानकारी के बाद वे यात्रा के लिए आगे नहीं निकले. वहीं दूसरा जत्था जो अनिल तिवारी के नेतृत्व 15 यात्रियों का है, वह शेषनाग में सुरक्षित ठहरा है. अमरनाथ यात्रियों के फोन नहीं लगने से उनके परिजन घबरा गए थे. वे सभी मंडल के पदाधिकारियों से हालचाल ले रहे हैं. वहीं देर रात तक शहर के अलग-अलग इलाकों से मंडल के पदाधिकारियों से लोगों की बातचीत हो रही है.
राज्य सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर: शुक्रवार को बाबा अमरनाथ समिति के बैनर तले 152 लोगों का जत्था भोपाल से रवाना हुआ है और वे सभी ट्रेन में हैं. अमरनाथ यात्रा में बादल फटने की घटना के कारण फंसे हुए मध्यप्रदेश के नागरिकों की जानकारी व मदद हेतु मध्यप्रदेश शासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. प्रदेश के शहरों से जानकारी व मदद हेतु 𝟏𝟖𝟏 पर संपर्क कर सकते हैैं प्रदेश के बाहर के 𝟕𝟓𝟓𝟐𝟓𝟓𝟓𝟓𝟖𝟐 पर संपर्क करें.
अमरनाथ यात्रा पर भोपाल के 125 श्रद्धालु
सागर की दो महिलाएं घायल: अमरनाथ के शिवलिंग के दर्शन के लिए सागर जिले से भी 7 लोग रवाना हुए थे. शुक्रवार शाम वहां हुए बादल फटने के हादसे में दो महिलाएं घायल हो गई हैं. दोनों घायल महिलाओं को बेस कैंप में ठहराया गया है. महिलाओं के साथ के अन्य यात्रियों के बारे में कोई जानकारी नहीं लग पा रही है. सागर व दमोह में रहने वाले उनके परिजन व रिश्तेदार बीती रात से परेशान हैं. हादसे के ठीक बाद एक घायल महिला की परिजनों की बात हुई थी, लेकिन इसके बाद किसी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. यात्रियों के परिजन हेल्पलाइन से जानकारी हासिल करने की कोशिश में जुटे हैं. दमोह जिले की नरसिंहगढ़ निवासी नेहा मिश्रा ने बताया कि उनकी मां अंजना पत्नी कालीचरण मिश्रा, उनके साथ भाभी नीलम घोषी तथा उनका 18 साल का बेटा निखिल घोषी के साथ ही 5-6 अन्य लोग पिछले सप्ताह अमरनाथ यात्रा पर गए थे. दमोह की निवासी अंजना मिश्रा की बहन अंजू ने बताया कि रात में 8:30 बजे उनकी बहन के नंबर से फोन पर संपर्क हुआ था. अब वह फोन वहां कंट्रोल रूम में जमा करा दिया गया है. नंबर बंद आ रहा है जिसके बाद से कोई संपर्क नहीं हुआ है.
सुरक्षित हैं खंडवा से गए सभी यात्री: अमरनाथ में आई प्राकृतिक आपदा ने खंडवा के भी कई परिवारों के माथे पर चिंता की लकीर ला दी है. जिले के सिहाड़ा गांव से 12 श्रद्धालु अमरनाथ दर्शन करने के लिए गए हैं. हालांकि इनके परिजन को इस बात की सूचना मिल गई है कि सभी यात्री शेषनाग में फंसे हुए हैं. राहत की बात ये है कि सभी सकुशल और स्वस्थ हैं. बादल फटने की घटना के बाद सेना ने यात्रियों को सुरक्षित जगह पर बने टेंटों में पहुंचा दिया है. जहां पर श्रद्धालुओं को भोजन और आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. फिलहाल अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. 500 यात्रियों के जत्थे में शामिल इन लोगों को 10 जुलाई को बाबा बर्फानी के दर्शन करने थे और 13 जुलाई को वहां से वापसी होनी थी.