मुंबई/नई दिल्ली : महाराष्ट्र को नया सीएम मिल गया है. 1964 में मराठा परिवार में जन्मे एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को सीएम पद की शपथ ली. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. इससे पहले दिन में फडणवीस ने कहा था कि वह कोई पद नहीं लेंगे, लेकिन शाम को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान सामने आया. नड्डा ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि देवेंद्र फडणवीस को सरकार में आना चाहिए इसलिए उनसे व्यक्तिगत अनुरोध किया और केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में कार्यभार संभालें…’ जिसके बाद फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. पीएम मोदी ने दोनों नेताओं को बधाई दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया मैं एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई देता हूं. वह एक जमीनी स्तर के नेता हैं जिनके पास समृद्ध राजनीतिक, विधायी और प्रशासनिक अनुभव है. मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र को और ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में काम करेंगे.’ पीएम ने फडणवीस को भी बधाई दी है. पीएम ने ट्वीट किया, ‘देवेंद्र फडणवीस जी को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई. वह हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा हैं. उनका अनुभव और विशेषज्ञता सरकार के लिए एक संपत्ति होगी. मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के विकास पथ को और मजबूत करेंगे.’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में राज्य की नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक की. वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र बुलाया गया है. 2 और तीन जुलाई को विधानसभा का सत्र होगा. इसमें बहुमत परीक्षण और नए स्पीकर का चुनाव होगा.
नड्डा ने किया ट्वीट : राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ‘एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई. आज ये सिद्ध हो गया कि BJP के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी. 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था. उद्धव ठाकरे ने CM पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी.’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘भाजपा ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का निर्णय किया. देवेंद्र फडणवीस ने भी बड़ा मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है.’
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि फडणवीस ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है. यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवाभाव का परिचायक है. इसके लिए मैं उन्होंने हृदय से बधाई देता हूं.
राज्यपाल से मुलाकात कर पेश किया था दावा : इससे पहले दिन में एकनाथ शिंदे ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस से उनके आवास पर मुलाकात की, जिसके बाद दोनों नेता राज्यपाल से मिले. राज्यपाल से सरकार बनाने का दावा पेश किया था. बुधवार रात को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. राज्यपाल से मुलाकात के बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में घोषणा की थी कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
फडणवीस ने संवाददाता सम्मेलन में अघाड़ी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सरकार में इस कदर भ्रष्टाचार था कि दाउद से संबंध उजागर होने के बावजूद मंत्री को पद से नहीं हटाया. उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदुत्व की रक्षा करने के लिए शिंदे गुट के साथ जा रही है. भाजपा एकनाथ शिंदे को समर्थन देगी. एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम होंगे.
उन्होंने कहा कि 2019 में भाजपा और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ी. पीएम मोदी जी के नेतृत्व में हमें पूर्ण बहुमत मिला. पीएम ने चुनाव के दौरान BJP के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की और वो नाम सबको मंजूर भी था. लेकिन चुनाव के बाद शिवसेना के नेताओं ने निर्णय किया कि बालासाहेब ठाकरे जी ने जिन विचारों का जीवन भर विरोध किया ऐसे लोगों के साथ उन्होंने गठबंधन किया. इसके बाद हमने ढाई साल में एक सरकार देखी जिसमें न कोई तत्व, न कोई विचार और न गति थी. वो लोग चालू इंफ्रास्ट्रक्चर को बंद कर रही थी. वो लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त थे. फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों ने मांग की कि हम कांग्रेस और एनसीपी के साथ नहीं रह सकते और ये गठबंधन खत्म किया जाए लेकिन इनकी मांग पूरी नहीं हुई इसलिए इन विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद की.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम अपने निर्वाचन क्षेत्र की शिकायतों और विकास कार्यों के लिए पूर्व सीएम ठाकरे के पास गए और उन्हें सलाह दी कि सुधार की आवश्यकता है. हमें यह एहसास होने लगा था कि हमारे लिए अगला चुनाव जीतना मुश्किल होगा. तभी हमने भाजपा के साथ स्वाभाविक गठबंधन की मांग की थी. शिंदे ने कहा कि ‘हमने जो कदम उठाया है वो किसी ने कुछ पाने के लिए नहीं किया है. यह सब एक विचार, बालासाहेब ठाकरे जी का हिंदुत्व और राज्य के विकास की बात है इसलिए हम यह एजेंडा लेकर आगे जा रहे थे.’
महाराष्ट्र के मनोनीत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना के 40 विधायक और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर 50 विधायक आज एक साथ हैं. हम लोग हमारे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे जी की हिंदुत्व की जो भूमिका है उसको आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.