नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े कथित धन शोधन मामले में पांचवें दिन मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की. राहुल (52) मध्य दिल्ली के ए पी जे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी मुख्यालय से रात करीब आठ बजे अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ निकले. आधे घंटे के ब्रेक के बाद राहुल गांधी फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय पहुंचे. इससे पहले दिन में राहुल दिन में लगभग सवा 11 बजे ईडी के कार्यालय पहुंचे और दोपहर में कोई अवकाश नहीं लिया जैसा कि उन्होंने अपनी पिछली उपस्थिति में किया था.
वायनाड से कांग्रेस के सांसद गांधी ने ईडी कार्यालय में पांच दिन पूछताछ में लगभग 50 घंटे गुजारे हैं और अधिकारियों ने उनसे कई सत्रों में पूछताछ की तथा धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत उनका बयान दर्ज किया. दरअसल नेशनल हेराल्ड मामला एक अखबार से जुड़ा है. अखबार का मालिकाना हक एजेएल के पास था जो दो और अखबार छापा करती थी. इसे कंपनी एक्ट की धारा 25 से टैक्स मुक्त कर दिया गया.
कंपनी धीरे-धीरे घाटे में चली गई. 90 करोड़ का कर्ज भी चढ़ गया. इस बीच 2010 में यंग इंडियन के नाम से एक अन्य कंपनी बनाई गई. इसके 76 प्रतिशत शेयर सोनिया गांधी और राहुल गांधी और बाकी के शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नाडिस के पास थे. आरोप है कि कांग्रेस ने अपना 90 करोड़ का कर्ज नई कंपनी यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया. लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ एजेएल ने सारे शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिए. इसके बदले में यंग इंडियन ने महज 50 लाख रुपये एजेएल को दिए. इसके बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि यंग इंडियन प्राइवेट ने सिर्फ 50 लाख रुपये में 90 करोड़ वसूलने का उपाय निकाला, जो नियमों के खिलाफ है.