नई दिल्ली । भारतीय सेना में भर्ती होने की नई प्रक्रिया ‘अग्निपथ’ का ऐलान हो गया है। ‘अग्निवीर’ के तौर पर शामिल होने वाले सैनिक चार साल तक तीन सेनाओं में अपनी सेवाएं देंगे। इधर, सेना ने भी नए वीरों के लिए तैयारियां कर ली हैं। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि अग्निवीरों को चीन और पाकिस्तान सीमाओं पर तैनात किया जाएगा। खास बात है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ तनाव जारी है। सेना प्रमुख जनरल पांडे ने कहा, ‘चार सालों की ट्रेनिंग के दौरान अग्निवीरों को हमारी यूनिट्स में आसानी से शामिल कर लिया जाएगा। हमारी जरूरतों के हिसाब से वे चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात होने के लिए सक्षम होंगे। योजना के लागू होने के दौरान क्षमताओं से कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।’ इस दौरान सेना ने तकनीक के क्षेत्र में भी मजबूती के लिए काम करने का ऐलान किया। जनरल पांडे ने कहा, ‘अग्निपथ योजना का लक्ष्य सेना को भविष्य का बल बनाना है, जो संघर्ष के हर पैमाने पर आने वाली कई चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो यह आईटीआई और अन्य तकनीक संस्थानों से अग्निवीरों की भर्ती कर सेना की तकनीक की सीमा में भी इजाफा करेगा। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, ‘फिलहाल, नौसेना में महिला अधिकारी हैं। अग्निवीर योजना के चलते महिला सेलर (नाविक) भी शामिल हो सकेंगी। यह एक बड़ा कदम है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और हम किसी परेशानी का सामना नहीं करेंगे। यहां पहले ही महिला अधिकारी मौजूद हैं।
झारखंड : नयी सरकार के शपथ ग्रहण के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची के स्कूल रहेंगे बंद
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर रांची शहर में बृहस्पतिवार को स्कूल बंद रहेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी…