प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2019 को यानी आज 69 साल के हो रहे हैं. पीएम मोदी के जन्मदिन को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सेवा सप्ताह के रूप में मना रहे हैं लेकिन नरेंद्र दामोदर दास मोदी शुरू से ही लोगों की सेवा में लगे रहने वाले इंसान हैं. पीएम मोदी के जन्मदिन पर आइए आपको बतातें हैं एक रोचक तथ्य. कैसे अटल बिहारी वाजपेयी के एक फोन कॉल ने नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाया था.
दरअसल, बात साल 2001 की है जब कांग्रेस के दिग्गज नेता माधव राव संधिया का एक्सीडेंट हो गया था जिसमें उनकी मौत हो गयी. जिस विमान क्रैश में कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया का निधन हुआ था उसमें एक पत्रकार की भी जान चली गयी थी. जहां माधव राव सिंधिया के अंतिम संस्कार में जाने वाले नेताओं की भीड़ थी, वहीं पत्रकार के अंतिम संस्कार में गिने-चुने लोग ही पहुंचे थे. यह बात जब नरेंद्र मोदी को पता चली तो वे पत्रकार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंचे. एक बार भाषण में उन्होंने इस बात कर जिक्र भी किया था.
अब आगे की बात आपको बतातें हैं. जब नरेंद्र मोदी पत्रकार के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट में थे, उसी वक्त उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का फोन आया. वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को फोन किया और पूछे- कहां हो… नरेंद्र…इस पर नरेंद्र मोदी ने कहा- मैं अभी श्मशान घाट हूं…ये सुनते ही अटल जी हंस पड़े और कहा- तुम श्मशान में हो मैं अभी क्या कहूं… इस पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने फोन किया तो अवश्य कोई जरूरी काम होगा…अटल जी बोले कि कितने बजे लौटोगे और श्मशान में क्यों हो? इसके बाद नरेंद्र मोदी ने उन्हें पूरी बात बतायी.
इस प्रकार नरेंद्र मोदी जब श्मशान में ही थे, तभी उन्हें वाजपेयी का फोन आया और उन्हें गुजरात के सीएम बनाने की खबर दी. इस प्रस्ताव को मोदी फोन पर ही स्वीकार कर चुके थे, इसके बाद भी वह रात को अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. वाजपेयी के फोन कॉल के बाद नरेंद्र मोदी 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए.