जबलपुर। अभी तक आपने कार, बाइक या होम फॉर सेल जैसी खबरें सुनी होंगी. लेकिन क्या कभी आपने रेलवे का इंजन फॉर सेल जैसी खबर सुनी है? बेशक नहीं सुनी होगी, लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर में पश्चिम मध्य रेल जोन के दर्जनों इंजन बिकने के लिए डिस्प्ले पर खड़े हैं. बात हैरान करने वाली है, लेकिन है बेहद दिलचस्प. पश्चिम मध्य रेल जोन देशभर में पहला ऐसा जोन बना है जो पूर्ण रूप से विद्युतीकरण यानी कि इलेक्ट्रीफाइड हो गया है. यही वजह है कि अब वह अपने सभी डीजल लोकोमोटिव या ने रेल इंजनों को बेच रहा है.
बिकने के लिए डिस्प्ले पर खड़े रेल डीजल इंजन
पश्चिम मध्य रेल जोन पूर्ण रूप से इलेक्ट्रीफाइड: अगर आप भी रेलवे का इंजन खरीदना चाहते हैं, तो आपको मध्य प्रदेश के शहर जबलपुर आना होगा. क्योंकि यहां पश्चिम मध्य रेल जोन अपने दर्जन इंजनों को बेचने की कवायद में जुटा हुआ है. अब तक पश्चिम मध्य रेल जोन 28 रेल इंजन बेच चुका है और 2 दर्जन से अधिक रेल डीजल इंजन बिकने के लिए डिस्प्ले पर खड़े हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रेलवे को ऐसी क्या मुसीबत आन पड़ी, कि वह अपनी संपत्ति को बेच रहा है. तो हैरान मत होइए, क्योंकि इसके पीछे एक अच्छी वजह है.
करोड़ो की हुई आय: पश्चिम मध्य रेल जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार ने बताया कि अब तक 28 डीजल इंजनों को बेच दिया गया है. इनमें दो डीजल इंजन सर्विसेबल याने उपयोग करने की हालत में थे, जिन्हें 5.78 करोड रुपए की कीमत पर बेचा गया. इसके अलावा 26 ऐसे डीजल इंजन जो खराब हो चुके हैं, याने अनुपयोगी थे. उन्हें स्क्रैप पॉलिसी के तहत बेच दिया गया. जिनसे 27 करोड़ की आय पश्चिम मध्य रेल जोन को हुई है.