दिग्गज महिला पहलवान बबीता फोगाट (Babita Phogat) का हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. माना जा रहा है कि बबीता भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर दादरी या बाढ़डा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं. कुछ दिन पहले ही बबीता ने पिता महावीर फोगाट के साथ केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था।
पिछले माह ही इंटरनेशनल रेसलर बबीता ने ट्विटर पर लिखा था, ”आज भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर राजनीति में नई शुरुआत कर रही हूं. आप सबसे भी आह्वान करती हूं कि आप भी भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत करें।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बबीता दादरी या बाढ़डा से टिकट का दावा कर रही हैं. उधर, बीजेपी दादरी से गैर जाट को टिकट देने का मन बना रही है. बबीता इससे पहले दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) के लिए प्रचार कर चुकी हैं. वहीं, महाबीर फोगाट जेजेपी के खेल प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं।
आपको यहां बता दें कि 8 अगस्त को ही बबीता फोगाट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जो कि 10 सितंबर को मंजूर हुआ।
साल के अंत तक चुनाव
हरियाणा में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. इसी के मद्देनजर सत्तारूढ़ बीजेपी अपने कुनबे को और मजबूत करने के लिए प्रयास कर रही है. बीजेपी ने हरियाणा के लिए नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव प्रभारी बनाया गया है. भूपेंद्र सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है. पार्टी ने इस बार 90 सीटों में से 75 प्लस का नारा दिया है।
2014 के विधानसभा चुनाव का परिणाम
गौरतलब है कि हरियाणा के 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 47, इंडियन नेशनल लोकदल को 19 और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं लेकिन हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का कांग्रेस में विलय होने के बाद कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई कांग्रेस विधायक हो गए. इनकी संख्या 17 हो गई थी. बीजेपी ने दूसरी पार्टियों के 14 विधायक अपने पाले में कर लिए हैं. सबसे ज्यादा नुकसान इनेलो को हुआ है. उसके पास सिर्फ सात विधायक ही बचे हैं।
बीएसपी-जेजेपी ने किया गठबंधन
दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) आगामी हरियाणा विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ेंगे. जननायक जनता पार्टी 50 और बहुजन समाज पार्टी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. लोकसभा चुनाव में जेजीपी ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन किया था लेकिन पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।