भोपाल। चयनित शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर मुंडन कराया. इनका कहना है कि भर्ती की जो प्रक्रिया की गई है, उसमें ओबीसी वर्ग के शिक्षकों की अनदेखी की जा रही है. देर रात कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी इनके बीच पहुंचे और इन के आंदोलन में शामिल हुए. पीसी शर्मा का कहना है कि बीजेपी की सरकार में ऐसी ही दोहरी नीति अपनाई जा रही है.
नियुक्ति पत्र की बाट बाट जोह रहे चयनित शिक्षक
ओबीसी चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि एमपी शिक्षक भर्ती-2018 के तहत वर्ग-1 स्कूल शिक्षा विभाग में 17 हजार पद और जनजातीय कार्य विभाग में दो हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था. जिसमें प्रथम चरण में 15 हजार पदों के लिए ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की गई. अक्टूबर 2021 को सभी विषयों के कुल 8292 अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र जारी हुए, जिसमें 11 विषयों में ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण दिया गया. लेकिन पांच विषय में ओबीसी को 14 फीसद आरक्षण दिया गया, पांच विषय में 600 अभ्यर्थी होल्ड से प्रभावित हैं और 11 विषयों में 1400 अभ्यार्थी नियुक्ति से वंचित हैं. इस तरह कुल दो हजार अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र रूका हुआ है.
- मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग के चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति की माँग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है , हर जगह गुहार लगा रहे है , आज भी उन्होंने मुंडन कर विरोध का इजहार किया लेकिन शिवराज सरकार उनकी सुध नही ले रही है। pic.twitter.com/7pXvKorVvY— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 21, 2022
कमलनाथ ने भी किया ट्वीट
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग के चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति की माँग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है. हर जगह गुहार लगा रहे हैं, आज भी उन्होंने मुंडन कर विरोध का इजहार किया. लेकिन शिवराज सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है. मैं सरकार से माँग करता हूँ कि ओबीसी वर्ग के इन अभ्यर्थियों को तत्काल नियुक्ति पत्र देकर इनकी माँग को पूरा किया जावे. हमारी सरकार द्वारा बढ़ाये गये आरक्षण का हक इनको भी मिले.
- मैं सरकार से माँग करता हूँ कि ओबीसी वर्ग के इन अभ्यर्थियों को तत्काल नियुक्ति पत्र देकर इनकी माँग को पूरा किया जावे ,
हमारी सरकार द्वारा बढ़ाये गये आरक्षण का हक़ इनको भी मिले।