यूक्रेन ने इजरायल से मांगी मदद, अमेरिका की चेतावनी- चीन ने रूस की मदद की तो गंभीर परिणाम होंगे

Uncategorized अंतरराष्ट्रीय

कीव : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 26वां दिन है. पूरी दुनिया की नजर इस वक्त इन्हीं दो देशों पर टिकी हुई हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मास्को को सहायता मुहैया नहीं करने के लिए बीजिंग को मनाने को लेकर चीन के नेता के साथ लंबी वार्ता की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी देते हुए कहा कि चीन ने रूसियों को सैन्य या वित्तीय सहायता मुहैया करने की कोशिश की तो उसे (चीन को) गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इजराइल से रूस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का अनुरोध किया है.

अमेरिका इस वक्त अपना पूरा ध्यान रूस और यूक्रेन पर लगाए हुए है. उसने मास्को को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रूस ने यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया तो उसे कहीं अधिक अंजाम भुगतने पड़ेंगे. जंग के बीच अमेरिका में चीन के राजदूत चिन गेंग यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा नहीं करने को लेकर अपने देश का बचाव कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि ऐसा करने से हिंसा रुकने वाली नहीं है. गेंग ने सीबीएस के कार्यक्रम ‘फेस द नेशन’ में कहा कि चीन के निंदा करने से कोई फायदा नहीं होगा और उन्हें नहीं लगता कि इससे रूस पर कोई फर्क पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि चीन रूस का पड़ोसी देश होने के नाते उससे दोस्ताना और अच्छे संबंध रखता है और उसके साथ ‘सामान्य व्यापार, आर्थिक, वित्तीय व ऊर्जा सहयोग’ जारी रहेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन में जारी युद्ध में रूस की मदद करने को लेकर पिछले सप्ताह चीन के अपने समकक्ष शी चिनफिंग को आगाह किया था. यूक्रेन भी चीन से अनुरोध कर रहा है कि वह पश्चिमी देशों और जापान की तरह रूस के आक्रमण की निंदा करे. गेंग ने रविवार को कहा कि चीन रूस को किसी भी प्रकार की सैन्य सहायता प्रदान नहीं कर रहा. उन्होंने कहा कि चीन हमेशा से युद्ध के खिलाफ रहा है.

जेलेंस्की ने इजराइल से की मदद की अपील, यहूदियों के नरसंहार का जिक्र किया

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को इजराइल से रूस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का अनुरोध किया और अपने देश पर रूस के आक्रमण की तुलना नाजी जर्मनी की कार्रवाई से की. इजराइल के सांसदों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच प्रमुख वार्ताकार बनकर उभरे इजराइल के लिये यह तय करने का समय है कि वह किसके साथ है. उन्होंने कहा कि इजराइल को रूस पर प्रतिबंध लगाकर और यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करके अपने सहयोगी पश्चिमी देशों का अनुसरण करना चाहिये. जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ ‘अंतिम समाधान’ पर काम करने का आरोप लगाया. अंतिम समाधान शब्द का उपयोग नाजी जर्मनी ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 60 लाख यहूदियों के सुनियोजित नरसंहार के लिये किया था.

यहूदी धर्म से संबंध रखने वाले जेलेंस्की ने यह भी कहा कि रूस की एक मिसाइल बाबी यार पर भी हमला कर चुकी है. बाबी यार 1941 में हुए नरसंहार में जान गंवाने वाले यहूदियों की याद में बना एक स्मारक है, जो यूक्रेन में स्थित है. वहीं, दूसरी तरफ युद्धग्रस्त यूक्रेन में देशभक्ति के संदेश वाले टैटू और होर्डिंग लोकप्रिय हो रहे हैं. ल्वीव के टैटू पार्लर में आने वाले ग्राहक यूक्रेनी झंडा और देशभक्ति के अन्य चिह्नों को गुदवा रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *