मुंबई,:महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. चुनाव से पहले सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) को लगातार झटके भी लग रहे हैं. दोनों ही पार्टियों के 2 बड़े नेता आज बुधवार को अपने कई साथियों के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे और पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने के बाद नवी मुंबई के कद्दावर और एनसीपी नेता गणेश नाइक भी बीजेपी में शामिल हो गए. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में गणेश नाइक ने नवी मुंबई नगर निगम के 48 पार्षदों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया.
एनसीपी के लिए बड़ा झटका
नवी मुंबई नगर निगम राज्य का वो सबसे बड़ा और मजबूत निगम है जहां पर एनसीपी बेहद ताकतवर मानी जाती है, लेकिन आज गणेश नाइक के बीजेपी में जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है. गणेश नाइक आज अपने विधायक बेटे संजीव नाइक और सागर नाइक की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए.
नाइक को बीजेपी में शामिल कराने के लिए भव्य स्तर पर समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनका पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया.
भगवा पार्टी में शामिल होने पर गणेश नाइक ने कहा कि यह मेरे लिए और नवी मुंबई की नई शुरुआत है. देश में बहुत से प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन दुनियाभर में भारत का गौरव दिलाने और ताकतवर बनाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. उन्होंने अप्रवासी भारतीयों के बीच सम्मानजनक वातावरण तैयार किया है.
50 पार्षदों को होना था शामिल
गणेश नाइक के बेटे संदीप नाइक एक महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए थे और तभी से यह कयास लग रहा था कि गणेश सत्तारुढ़ पार्टी में शामिल हो सकते हैं. आज उनके साथ 50 पार्षदों को बीजेपी में शामिल होना था, लेकिन 48 पार्षद नई पार्टी में शामिल हुए. 2 पार्षद अभी शामिल नहीं हुए.
इससे पहले कांग्रेस राज में मंत्री रहे हर्षवर्धन पाटिल (पुणे) ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. हर्षवर्धन पाटिल की विदाई कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. हर्षवर्धन चार बार पुणे की इंदपुर सीट से विधायक रहे. 1995 से 2014 तक वह राज्य सरकार में मंत्री भी रहे.
1995, 1999, 2004 में उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा था. जबकि 2009 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. 1995 में उन्होंने शिवसेना-बीजेपी सरकार को समर्थन किया और उन्हें मंत्री पद मिला था.
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में इस्तीफों का दौर लगातार बना हुआ है. एक दिन पहले मंगलावर को ही कांग्रेस के बड़े नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
- कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले हर्षवर्धन पाटिल ने बीजेपी का दामन थामा
- गणेश नाइक की वजह से नवी मुंबई में एनसीपी को लगा बड़ा झटका
- नवी मुंबई नगर निगम के 48 पार्षदों ने बीजेपी का दामन थाम लिया