भोपाल। उमा भारती का शराब की दुकान पर पत्थर फेंककर तोड़फोड़ करने के मामले पर बीजेपी ने पल्ला झाड़ लिया है. पार्टी ने कहा है कि यह उमा भारती का निजी मामला है. प्रदेश प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा कि शराब बंदी उमा भारती का निजी भियान है. उनके अभियान से पार्टी को कुछ लेना देना नहीं है. वाजपेयी ने इसे उमा भारती और प्रशासन के बीच का मामला बताया है. दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने गृहमंत्री से उमा भारती के तरीके से शराब बंदी का विरोध करने की परमीशन मांगी है.
मैं भी ऐसे ही विरोध करना चाहता हूं- नरेंद्र सलूजा
कांग्रेस ने शराब बंदी पर बीजेपी नेता उमा भारती के अभियान और कार्रवाई को देखते हुए प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि शराब की दुकान पर बीजेपी के ही बड़े नेता तोड़फोड़ कर रहे हैं इससे यह सिद्ध होता है कि मध्य प्रदेश शराब प्रदेश बन चुका है. उन्होंने उमा भारती के शराब बंदी की तरीके को देखते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से पूछा है कि शराब बंदी का जैसा विरोध उमा भारती ने किया है मैं भी करना चाहता हूं कृपया अनुमति दें.
उमा भारती ने शराब दुकान पर फेंका था पत्थर
राजधानी में रविवार को शराब बंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का तांडव देखने को मिला. शराबबंदी को लेकर वे मुखर दिखाई दी और उन्होंने अपने अभियान की औपचारिक शुरूआत भी कर दी है. रविवार को भोपाल के बरखेड़ी इलाके में उमा भारती भारी भीड़ के साथ एक शराब की दुकान पर पहुंची. यहां उन्होंने शराब की दुकान पर पत्थर मारा, जिससे बोतल फूट गई. उमा भारती प्रदेश में शराब बंदी कराना चाहती हैं. इसके लिए वे जागरुकता अभियान और विरोध दोनों ही तरीके अपना रही हैं, हालांकि उन्हें इस मामले में प्रदेश की बीजेपी सरकार से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है. उमा भारती विरोध कर रही हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार अप्रैल से नई शराब नीति लागू करने जा रही है. भोपाल में की गई शराब दुकान में तोड़फोड़ की कार्रवाई को भी पार्टी ने उमा भारती और प्रशासन के बीच का मामला बताया है. उनके अभियान से पल्ला झाड़ते हुए पार्टी ने शराब बंदी को उमा भारती का निजी अभियान बताया है. वहीं कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है.