जेनेवा में कश्मीर मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर से पिट गया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में भारत की ओर सेक्रेटरी ईस्ट विजय ठाकुर सिंह ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. ठाकुर ने कहा, “कश्मीर पर पाकिस्तान ने सिर्फ झूठ बोला है. भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमारा आंतरिक मसला है, बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं. कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाने के फैसले को भारी समर्थन मिला है. संसद में बहस के बाद 370 हटाया. भारत ने कहा कि आतंकवाद पर निर्णय की कार्रवाई का वक्त है. पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंके संगठनों पर सख्त कार्रवाई करे।
भारत ने कहा, “मानवाधिकार पर पाकिस्तान के आरोप बेबुनियाद हैं. पाकिस्तान आतंक का केंद्र है, पाकिस्तान आतंकवादियों पर कार्रवाई करे. कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे है, पाबंदी धीरे-धीरे हटेगी।
इससे पहले, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ 15 मिनट 49 सेकंड तक सिर्फ झूठ बोला. सिर्फ इतना ही कश्मीर पर 115 पेज की झूठी रिपोर्ट भी पेश की. उस रिपोर्ट में राहुल गांधी, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के बयानों का भी जिक्र है।
जेनेवा में आयोजित परिषद के 42वें सत्र में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा,”भारत ने कश्मीर पर गैर-कानूनी तरीके से कब्जा कर रखा है. वहां मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है. पूरे कश्मीर को जेल बनाकर रख दिया गया है. यहां तक कि आपातकालीन मेडिकल सुविधाएं नहीं प्रदान की जा रही हैं।
कुरैशी ने कई विदेशी मीडिया अखबारों की रिपोर्ट का उद्धरण भी दिया. उन्होंने कहा, “इन वजहों से कश्मीर का मुद्दा भारत का आंतरिक मसला नहीं है बल्कि ये अंतरराष्ट्रीय मसला है.” हालांकि उसके बाद शाह महमूद कुरैशी ने पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तान के रुख से इतर कश्मीर को ‘भारत का जम्मू और कश्मीर’ राज्य कहा. पाकिस्तान अब तक कश्मीर को ‘भारत अधिकृत कश्मीर’ बताता रहा है।