लखनऊः चुनाव आयोग ने चौथे चरण के मतदान की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किए जाने का दावा किया है. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद कहा कि 9 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर शाम 5:00 बजे तक करीब 58 फीसदी मतदान हुआ है. शाम 6:00 बजे तक 59.70 फीसदी मतदान हुआ. लेकिन लाइन में लगने वाले मतदाताओं को भी मतदान का अवसर दिया गया है. ऐसी स्थिति में मतदान फीसदी देर रात तक कुछ और अधिक होगा. उन्होंने कहा कि चौथे चरण में 59 विधानसभा क्षेत्रों के लिए आज हुए चुनाव में मतदान सुबह 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6.00 बजे समाप्त हुआ.
9 जिले जिनमें पीलीभीत, खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर की 59 विधान सभा क्षेत्रों के लिए मतदान हुआ. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव हेतु व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किये गये थे. कोविड-19 के दृष्टिगत मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी.
चुनाव आयोग
चौथे चरण के मतदान में 2.13 करोड़ मतदाताओं (1.14 करोड़ पुरुष, 99.2 लाख महिला और 966 थर्ड जेंडर) में से जनपदों से प्राप्त सूचना के अनुसार सायंकाल 5ः00 बजे तक 57.45 प्रतिशत मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. उल्लेखनीय है कि मतदान का आधिकारिक समय सायंकाल 6ः00 बजे तक है और 6ः00 बजे तक पोलिंग बूथों पर उपस्थित सभी मतदाताओं को मतदान का अवसर प्रदान किये जाने के लिए जनपदों को निर्देशित किया गया था. जिससे मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी होना स्वाभाविक है, जिसकी फाइनल सूचना बाद में दी जाएगी.
चुनाव आयोग
मतदान की वेबकास्टिंग कराई गई
मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए कुल 13,245 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसकी मॉनीटरिंग जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया. इसके अलावा 651 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई थी.
इस चरण में कुल 874 आदर्श मतदान केन्द्र, 142 समस्त महिला स्पेशल बूथ बनाये गये थे, जिससे मतदाताओं को सुखद निर्वाचन प्रक्रिया की अनुभूति हो सके. पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर एवं जगह-जगह पर वॉलंटियर की व्यवस्था की गई थी, जो कि पीडब्ल्यू मतदाताओं की सहायता के लिए उपलब्ध थी. इसके साथ ही मतदान के लिए पोस्टल बैलट के लिए 4 श्रेणियां (80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, अनिवार्य सेवायें और मतदान कमर्चारी) कुल 60,585 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किए गए. जिसमें से 52, 512 मतदाताओं द्वारा पोस्टल बैलट से मतदान किया गया. 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता एवं दिव्यांग मतदाताओं में जिनके द्वारा पोस्टल बैलट का विकल्प चुना गया था, उनके पते पर जाकर मतदान दल द्वारा मतदान कराया गया. प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाये जाने के लिए मतदान दल के साथ एक माइक्रो आब्जर्वर और वीडियोग्राफर की तैनाती की गई थी एवं प्रत्याशियों को सम्पूर्ण प्रक्रिया को देखने हेतु स्वयं और अपने अभिकर्ता को भेजने के लिए मतदान दल का शिड्यूल उपलब्ध कराया गया था. इस मतदान प्रक्रिया की पूरी वीडियोग्राफी कराई गई है. इसके अलावा कुल 23,485 सेवा मतदाताओं को भी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से (ईटीपीबीएस) पोस्टल बैलट जारी किया था.
इस चौथे चरण के चुनाव में कुल 59 विधान सभा क्षेत्रों में 624 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 91 महिला प्रत्याशी हैं. इनमें से विधान सभा क्षेत्र 145-महोली और 154-सवायजपुर से अधिकतम 15 प्रत्याशी एवं 137-पलिया और 150-सेवता से न्यूनतम 6 प्रत्याशी मैदान में हैं. इस चुनाव में कुल 24 हजार 643 मतदेय स्थल और 13,817 मतदान केन्द्र थे.
इतने अफसरों की थी तैनाती
मतदान पर सतर्क नजर रखने के लिए आयोग की तरफ से 57 सामान्य प्रेक्षक, 9 पुलिस प्रेक्षक और 18 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. उक्त के अतिरिक्त 1712 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 210 जोनल मजिस्ट्रेट, 105 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 3,110 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे. इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से भी राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 1 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक और 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. जिनके द्वारा क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की गई.
ये हुई कार्रवाई
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम एवं अन्य की तरफ से कुल 503 मामले आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन के दर्ज किये गये, जिन पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. जन सामान्य के लिए आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित मोबाइल एप सी-विजिल पर कुल 362 शिकायतें प्राप्त हुईं. जिनमें जांच के दौरान 71 शिकायतें सत्य पाई गईं एवं उन पर कार्रवाई की गई. चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई थी. प्रत्येक मतदान केन्द्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी एवं ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है.
ईवीएम खराब हुई तो बदली गईं
चुनाव में सभी 24,643 मतदेय स्थलों पर मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट और अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही मतदान के दौरान जहां कहीं भी शिकायत मिली, वहां फौरन प्रभावी कार्रवाई करते हुए ईवीएम एवं वीवीपैट को बदलने की कार्रवाई की गई है.
जिलों से मिली सूचना के अनुसार मॉक पोल के दौरान कुल 0.45 प्रतिशत बीयू, 0.53 प्रतिशत सीयू एवं 0.93 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये एवं मतदान प्रारम्भ होने के बाद सायं 5ः00 बजे तक कुल 0.26 प्रतिशत बीयू, 0.26 प्रतिशत सीयू0 और 1.27 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये.
मैनपुरी के करहल के एक बूथ में पुनर्मतदान में
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि विधान सभा चुनाव के तीसरे चरण के अन्तर्गत मैनपुरी जिले के 110-करहल विधान सभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ सं-266-प्राथमिक विद्यालय, जसवंतपुर पर पुनर्मतदान शान्तिपूर्वक सम्पन्न हो गया है. पोलिंग सेंटर में सायं 5.00 बजे तक 73.67 प्रतिशत मतदान हुआ है. उन्होंने कहा कि चुनाव पूरी तरीके से शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराया गया एवं किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है.