कन्नौज:शनिवार को पीएम मोदी कन्नौज पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कन्नौज की आबो-हवा में इत्र की खुशबू तो होती है, लेकिन यहां के लोगों के परिश्रम की सुगंध भी होती है। उन्होंने कहा कि यूपी, गोवा, उत्तराखंड हो, जहां-जहां बीजेपी के प्रचार के लिए जाना हुआ। वहां भाजपा की अभूतपूर्व लहर देखी है। अभी उत्तराखंड से आ रहा हूं। वहां जो मिजाज मैंने देखा है, जो लहर देखी है, उसे देखकर लग रहा है कि भाजपा की सरकार बनाने के लिए लोगों ने मन बना लिया है। बोले- पूरा देश जानता है की आएगी तो भाजपा ही, आएंगे तो योगी ही। देखना है कि सीटें पहले से कितनी ज्यादा आती हैं।
- यूपी के लोग माफियावादियों, दंगावादियों के खिलाफ एकजुट होकर वोट कर रहे हैं। यह एकजुटता कानून व्यवस्था के पक्ष में है। यह एकजुटता महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान के लिए है।
- यूपी के जिन क्षेत्रों में आगे के चरणों का मतदान है, वहां भी लोग जाति और संप्रदाय के नाम पर वोट को बंटने न दें। रोजगार के लिए विकास के लिए, शांति का माहौल सबसे ज्यादा जरूरी है।
- दंगाइयों के इलाज की दवा सिर्फ और सिर्फ भाजपा के ही पास है। यूपी में लड़ाई इस बात की नहीं है कि किसकी सरकार बनेगी या किसकी सरकार नहीं बनेगी। पूरा यूपी जानता है, पूरा देश जानता है कि आएगी तो भाजपा ही, आएंगे तो योगी ही।
- यूपी में पहले छोटी-छोटी बातों पर दंगे होते थे। संपत्ति जलती थी, हत्याएं होना आम बात थी। लोगों को घर खाली करके भागना पड़ता था। खाली मकानों को सस्ते में बेचना पड़ता था।
- गुजरात में भी ऐसा हुआ था। लोगों ने जब भाजपा को मौका दिया, तो हमने सबसे पहले कानून-व्यवस्था को संभाला। इसी का नतीजा है कि पिछले दो दशकों से वहां कोई दंगा नहीं हुआ है।
- यूपी में दोबारा दंगाइयों को पनपने नहीं देना है। जब नियत साफ होती है, मेहनत दिन रात होती है, जनता के सुख-दुख की चिंता होती है, तभी सामान्य लोगों के मन में विश्वास होता है।
- जिनकी बुनियाद भ्रष्टाचार पर टिकी हो, वे कभी सुधर नहीं सकते हैं। विपक्षियों ने कैसे-कैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है। उनमें से कई हिस्ट्रीशीटर हैं। कई लोग जेल से चुनाव लड़ रहे हैं
- लोकतंत्र की परिभाषा है- जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन। मगर, घोर परिवारवादी पार्टियों ने लोकतंत्र की भावना को ही बदल दिया। इनका मंत्र है- परिवार का, परिवार के लिए, परिवार द्वारा शासन।
- पहले यूपी के जिलों की पहचान फलाना जिला- फलाना माफिया से होती थी। मगर, पांच वर्ष में योगी की सरकार ने जिलों की पहचान वहां के उत्पादों से हो रही है। औरैये के देशी घी को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की कोशिश की है। इटावा के बुनकरों को देश-विदेश में पहचान के लिए काम हो रहा है। अब तो बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे जल्द शुरू होने वाला है, जिसका लाभ पूरे क्षेत्र को होगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में जन संकल्प सभा को संबोधित किया। यह राज्य में वोटिंग से दो दिन पहले मोदी की आखिरी चुनावी सभा थी। इसमें मोदी ने कांग्रेस पर देशी कोरोना वैक्सीन को बदनाम करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के तमाम वादे झूठ का पुलिंदा हैं।
मोदी ने कहा, ‘अफवाह फैलाने वाले नहीं चाहते थे कि वैक्सीन का कवच पाने के बाद रोजगार और उद्योग धंधे फिर से चल पड़ें। ये सोचते थे कि सब कुछ पटरी पर आ जाएगा, तो लोग मोदी को गाली कैसे देंगे। भारत को बदनाम कैसे करेंगे। लेकिन ये लोग उत्तराखंड का सामर्थ्य भूल जाते हैं। हमने कोरोना महामारी के दौरान देश के किसी नागरिक को भूखा नहीं सोने दिया।’
13 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी
प्रधानमंत्री के बाद 13 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिल्हौर में भाजपा प्रत्याशी राहुल बच्चा सोनकर के पक्ष में रैली करेंगे। बिल्हौर इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री 12 बजे जनसभा करेंगे। वहीं भाजपा की रैलियों के जवाब में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पीछे नहीं रहने वाले हैं। रैलियों का जवाब देने के लिए अखिलेश यादव 15 या 16 फरवरी को कानपुर आ सकते हैं। यहां से वे अन्य सीटों पर माहौल बनाएंगे।
कन्नौज सदर सीट पर लड़ाई जोरदार
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाली कन्नौज सदर सीट भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गई है। बीते 10 साल से ये सीट सपा के पास है। इस सीट पर भाजपा ने कानपुर पुलिस कमिश्नर रहे IPS असीम अरुण को प्रत्याशी बनाया है। रैली में 10 विधानसभा सीटों से लोग बुलाए जाएंगे।
कानपुर-बुंदेलखंड की 52 में से 47 सीटों पर भाजपा का कब्जा
कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों में से 47 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। गढ़ को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के स्टार प्रचारक अगले 7 दिनों तक डेरा डाले रहेंगे। 3 दिनों के अंतराल पर प्रधानमंत्री कन्नौज और कानपुर देहात में 2 बड़ी रैलियों को संबोधित करेंगे। इसका ऑनलाइन प्रसारण सभी 52 सीटों पर भी किया जाएगा। वहीं फतेहपुर में 17 से 19 फरवरी के बीच PM जनसभा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाजवादी पार्टी के गढ़ में कमल खिलाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं BSP सुप्रीमो मायावती का 2017 विधानसभा चुनाव में कानपुर और कानपुर-बुंदेलखंड में खाता भी नहीं खुला था। मायावती रैली के जरिए कानपुर-बुंदेलखंड में सुस्त पड़ी हाथी की चाल को गति देने का काम करेंगी। प्रधानमंत्री और मायावती की रैली इस क्षेत्र में सियासी समीकरण बदलने का काम करेगी।