नई दिल्ली । भारतीय सेना ने कहा कि छह फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कामेंग सेक्टर के ऊंचाई वाले इलाके में हिमस्खलन की चपेट में आए सभी सात लापता सैन्यकर्मी मारे गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने सेना के हवाले से लिखा है कि शहीद जावानों के शवों को हिमस्खलन स्थल से निकाले लिया गया है। सेना के सात जवान एक गश्ती दल का हिस्सा थे और तवांग जिले में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद से लापता हो गए थे। घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अरुणाचल प्रदेश के केमांग सेक्टर में हिमस्खलन की चपेट में आए सेना के जवानों के निधन से गहरा दुख हुआ। इन वीर जवानों ने देश की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई। मैं उनके साहस और सेवा को सलाम करता हूं। उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दिरांग पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी सांग थिनले ने पहले कहा था कि घटना रविवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हुई थी। दिरांग पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी थिनले ने कहा था, “मैमी हट के निकट क्षेत्र में हिमस्खलन में 19 जेएके राइफल्स के सात सैन्यकर्मी कथित तौर पर फंस गए। घटना के बाद सेना के अधिकारियों ने जंग पुलिस स्टेशन में घटना की सूचना दी थी। यह इलाका काफी दुर्गम है और बर्फबारी के कारण सभी रास्ते बंद हो गए हैं। इसके तुरंत बाद, तेजपुर स्थित रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने कहा था कि एक खोज और बचाव अभियान चलया जा रहा है। लेफ्टिनेंट कर्नल ने कहा, “बचाव अभियान में मदद के लिए विशेष टीमों को एयरलिफ्ट किया गया है। पिछले कुछ दिनों से इलाके में भारी बर्फबारी के साथ मौसम खराब हुआ है।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…