लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भर्ती विधान मेनिफेस्टो के तहत शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने युवाओं से संवाद किया. प्रियंका ने युवाओं की समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि बिहार रेलवे भर्ती को लेकर युवाओं की आवाज को दबाया जा रहा है, इसलिए हम आपसे बात कर रहे हैं. प्रियंका ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किस्से भी युवाओं को सुनाए.
उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी के दौर में जब जेएनयू में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ, वो तब वहां गई थीं और छात्रों से बातचीत की थी. वहां के छात्रसंघ ने इंदिरा के सामने ही आरोप पत्र पढ़कर सुनाया था. इसके बाद उन्होंने चांसलर के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्री छात्रों के प्रदर्शन के बावजूद उनसे बात ही नहीं करना चाहते हैं.
प्रियंका ने कहा कि जब रोजगार नहीं है, तो नौजवानों का गुस्सा होना जायज है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि राजनीतिक दलों को पता है कि आप बेरोजगार रहेंगे, तो आप बहकेंगे. युवाओं को बेरोजगार रखने से राजनीतिक दलों को फायदा होता है. जातिवाद की राजनीति से आम जनता को फायदा नहीं होगा. इससे आपको रोजगार नहीं मिलेगा.
प्रियंका गांधी ने कहा कि हमने सोचा कि इतने राजनीतिक दल हैं. सब कहते हैं कि 25 लाख रुपये देंगे, 20 लाख रोजगार देंगे, तो हम कैसे अलग होंगे? क्यों न हम नौजवानों के लिए एक अलग विधान बनाएं, जिसमें 20 लाख नौकरी रोजगार देंगे? वो रोजगार आएंगे कहां से, वो भी लिखा हो. हमने इसीलिए जॉब टाइम टेबल बनाया है, जिसमें परीक्षा की तारीख से लेकर नियुक्ति तक की समय सारणी होगी. ये पहले से ही अभ्यर्थियों को बता दी जाएगी.