भिंड। इंदुर्खी गांव में जहरीली शराब पीने से हुईं चार मौतों के बाद भिंड सहित प्रदेश में किरकिरी के चलते प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भिंड एसपी पर नाराजगी जाहिर की. दूसरी और भिंड शहर में शराब माफिया द्वारा बनाई गई जहरीली शराब के गायब 1000 क्वार्टरों को तलाशने की मशक्कत पूरी हो गयी है. पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं रतनपुरा गांव के एक घर मे बने कुएं से ज़हरीली शराब को जब्त कर लिया है.
पुलिस की हिरासत में आरोपी
बीते दिनों 15, 16 और 18 जनवरी को इंदुर्खी गांव में रहने वाले 4 लोगों की मौत हो गयी. इन मौतों का कारण ज़हरीली शराब का सेवन बताया गया. बावजूद इसके शुरू से ही पुलिस इन लोगों की मौत शराब से होने की पुष्टि को नकारती रही थी, लेकिन मृतक पप्पू के भतीजे लाखन ने बताया कि 500-500 रुपये मजदूरी पर भिंड के स्वतंत्र नगर में एक हज़ार क्वार्टर अवैध शराब के निर्माण की पुष्टि की. ऐसे में शराब के मार्किट में पहुंचने पर होने वाली जनहानि का अंदाज़ा लगने पर पुलिस ने आनन-फानन में शराब बनवाने वाले माफिया गोलू सिरोठिया जो इंदुर्खी के पूर्व सरपंच का बेटा है और उसके एक साथी धर्मसिंह बघेल को गिरफ्तार किया. साथ ही विकास यादव और अन्य आरोपी को भी हिरासत में लिया है.
पुलिस को मिली टिप पर आरोपियों की मुहर
भिंड में कुएं से निकली जहरीली शराब
रतनपुरा गांव में विकास यादव के घर देहात पुलिस ने दबिश देकर कुएं की खुदाई की. कुछ घंटों की मशक्कत के बाद सफलता मिली और भारी मात्रा में अवैध शराब से भरी 6 बोरी कुएं से बरामद हुईं. देहात थाना प्रभारी ने बताया कि उन्हें टिप मिली थी कि कुएं में शराब को पेटियां छिपाई गयी है और उसके ऊपर मिट्टी डाल कर उसे दबा दिया गया है. इस सूचना पर कुएं की खुदाई गई, जहरीली शराब बरामाद होने पर गिरफ्तार हुए गोलू और विकास ने भी इसकी पुष्टि की. पुलिस ने आरोपियों द्वारा बताई गई 28 पेटी शराब बरामद कर ली है.
मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी
जहरीली शराब से मौत के इस पूरे मामले पर एडिशनल एसपी कमलेश कुमार ने कहा कि, पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर 4 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है. साथ ही पुलिस ने गांव से भी 10 पेटी अवैध शराब जब्त की है. वहीं एक आरोपी ने रतनुपुरा में कुएं में शराब छिपाने की जानकारी दी थी, जिस पर देहात और रौन थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कुएं से शराब की बरामदगी कर ली है. अब इस शराब को जांच के लिए भेज जाएगा.
रिपोर्ट में पाया इथाइल और मिथाइल एल्कोहल
मृतकों की फोरेंसिक रिपोर्ट ने मामले में एक और मोड़ ला दिया. पीएम में कुछ भी संदिग्ध न पाए जाने पर मीडिया में उठे सवालों के आधार पर 2 मृतकों के सैंपल बिसरा जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट आ चुकी है. इस रिपोर्ट में सबसे पहले मरने वाले दो भाईयों मनीष और छोटू की जांच में इथाइल और मिथाइल एल्कोहल पाया गया है. लेकिन पुलिस द्वारा जांच रिपोर्ट पर संदेह जताते हुए इन एल्कोहल की मात्रा बताए जाने को लेकर लिखित सवाल किया है. जिससे यह स्पष्ट हो कि मौत जहरीली शराब से हुई या नही. हालांकि पुलिस इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है.
पुलिस को मिली आरोपियों की रिमांड
रौन थाना पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद न्यायलय में पेश किया. मामले में जांच और पूछताछ के लिए आरोपियों की रिमांड की मांग को न्यायलय ने मंजूर कर लिया. अब इस मामले को लेकर पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी. इंदुर्खी गांव में हुई मौत में मनीष और छोटू द्वारा अवैध निर्माण के बाद शराब का सेवन करने और शराब के कुछ क्वार्टर साथ लाने की पुष्टि लाखन ने की. उसने बताया था कि गोलू के कहने पर उसने मनीष, छोटू, छिट्टू और शिवसिंह के साथ जाकर 1 हज़ार क्वार्टर बना कर पैक किये थे और उनमें से 12 क्वार्टर उन पांचो को दिए गए थे.